आगरालीक्स.. आगरा में स्पाइसी शुगर के कार्यक्रम में वास्तु विशेषज्ञ ने कहा कि हम एक तिहाई जिंदगी अपने घर में गुजारते हैं, इसलिए वास्तु का ध्यान रखे। मगर, यह भी सही है कि मनुष्य के कर्म पैरासीटामोल व क्रोसीन की तरह हैं। जो जीवन की समस्याओं और अड़चनों भरे विपरीत समय को भी आसानी से गुजारने में मदद करते हैं। यह कहना था एस्ट्रोलॉजर व वास्तु विशेषज्ञ डॉ. जय मदान का। स्पाइसी शुगर संस्था की इनोग्रल मीट सेशन-2 में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए उन्होंने महिलाओं को खुशमय जीवन के लिए सभी वास्तु टिप्स दिए। हर दिशा का महत्व समझाते हुए कहा कि कोई समस्या न होने पर बेवजह घर का वास्तु न बदलें।
कुछ जगह हम बहुत अच्छा महसूस करते हैं और कहीं मन विचलित हो जाता है। हम अपने घर में लगभग एक तिहाई जीवन गुजारते हैं। यदि वास्तु के रूप में कुछ नकारात्मक ऊर्जा की समस्या हमारे घर में हो तो बेवजह की समस्याएं आने लगती हैं। जिन्हें हम कुछ खर्चा किए बिना वास्तु के छोटे-छोटे उपाय से दूर कर जीवन को खुशहार और स्वस्थ बना सकते हैं।
जय मदान का परिचय संस्था की संस्थापिका पूनम सचदेवा ने दिया व स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से पूनम सचदेवा, रानी सिंह, डॉ. रंजना बंसल, बबिता चौहान, पुष्पा पोपटानी, चांदनी ग्रोवर, पावनी सचदेवा, पूजा ओबराय, शिखा जैन, गरिमा हेमदेव, सिम्मी कपूर, हेमा खत्री, दीक्षा आसवानी, जया, रचना अग्रवाल, मीनल पारसवानी, सायशा हेमदेव आदि उपस्थित थीं।
ये टिप्स दिए
-खाना हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाएं।
-पूजा का स्थान उत्तर-पूर्व (इशान कोण) दिशा में होना चाहिए।
-रचनात्मक कार्य या बच्चों को पढ़ाई उत्तर दिशा की ओर मुख करके करनी चाहिए।
-तिजोरी व पैसा दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। घर के मुखिया का बेडरूम इसी दिशा में होना चाहिए।
-उत्तर-पश्चिम में उन लोगों की फोटो लगाएं, जिनकी मदद आप अपने जीवन में चाहते हैं।