हाथरसलीक्स ..(अंकुर पंडित).. आगरा के हाथरस के शिक्षक का केबीसी की हॉट सीट पर सोशल मीडिया के सवाल पर दर्द फूटा, अमिताभ बच्चन ने काका की कविता सुनाई।
हाथरस के रमनपुर निवासी शिक्षक अंबेश पहाड़पुर पूर्व माध्यमिक स्कूल में तैनात हैं। अंबेश को सितंबर में केबीसी में पंजीकरण कराने में सफलता हाथ लगी थी। सोमवार को प्रसारित कार्यक्रम में सरकार की शिक्षा नीति को लेकर उनके विचार सामने आए।
केबीसी की हाॅट सीट तक पहुंचे हाथरस के शिक्षक अखिलेश कुमार अंबेश ने कार्यक्रम के दौरान यूपी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। कार्यक्रम के होस्ट अमिताभ बच्चन से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए जो कदम उठाए हैं, उससे शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अंबेश ने कहा कि सरकार के इस कदम से वह काफी नाराज हैं।
दरअसल, यूपी सरकार ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी तय करने के लिए दिशा-निर्देष जारी किए थे। अब स्कूल पहुंचने पर सभी शिक्षकों को वाट्सएप पर अपनी मौजूदगी का फोटो अपलोड करना होता है। इसके अलावा स्कूल में बच्चों की उपस्थिति, मिड-डे मील आदि की जानकरी भी वाट्सएप के जरिये ही ली जा रही है। इससे वे शिक्षक खासे परेशान हैं जो कई-कई दिन तक स्कूलों से नदारद रहते थे और रजिस्टर में फर्जी हाजिरी के सहारे सरकार को चूना लगा रहे थे। हालांकि अखिलेश कुमार अंबेश जैसे कई शिक्षकों का मानना है कि सरकार के निर्देशों के कारण शिक्षकों का समय अब शिक्षण पर कम और सोशल मीडिया पर ज्यादा बीत रहा है।
सोशल मीडिया पर पूछे गए सवाल पर निकला दिल का दर्द
केबीसी में सोशल मीडिया से जुड़े एक सवाल का सही जवाब देने के बाद अंबेश का दिल का दर्द सामने आया। अमिताभ बच्चन ने जब उनसे पूछा कि आप फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर वगैरह पर हैं ? इस पर अंबेश ने कहा कि उनका ट्विटर एकाउंट बंद हो गया है। वाट्सएप पर वह काफी सक्रिय हैं। इसी दौरान उन्होंने अमिताभ बच्चन को बताया कि किस तरह उन्हें अब स्कूल पहुंचते ही अपना फोटो वाट्सएप पर अपलोड करना पड़ता है। जब अमिताभ ने उनसे पूछा कि सरकार के नए नियमों से वह सहमत हैं या नहीं, तो उन्होंने कहा कि वह सरकार के इस कदम से खासे नाराज हैं।
अमिताभ ने सुनाई काका की कविता, हाथरस को बताया खास
हाथरस के शिक्षक अखिलेश कुमार अंबेश के हाॅट सीट पर बैठने के बाद केबीसी के होस्ट अमिताभ बच्चन ने हाथरस शहर की तारीफ में कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हाथरस कई चीजों के लिए प्रख्यात है। हास्य कवि काका हाथरसी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बचपन में वह अपने पिता हरवंश राय बच्चन के साथ कवि सम्मेलनों में जाया करते थे। यहीं उन्हें हास्य कवि काका हाथरसी को सुनने का मौका मिलता था। अमिताभ बच्चन ने कहा कि काका की कविता सुनकर लोग बहुत प्रफुल्लित हो जाते थे। कार्यक्रम के दौरान अमिताभ ने मजाकिया अंदाज में काका की एक कविता भी सुनाई-अपनी निज इंकम किसी को न बताए, क्या पता किस वेश में आईटीओ मिल जाए। हूटर बजने पर कार्यक्रम के अंत में अमिताभ ने कहा कि अंबेश जिस जगह से आए हैं, उसका नाम सुनकर उन्हें काफी खुशी मिली है।