आगरालीक्स…(22 July 2021 Agra News) आगरा में ग्रेटर आगरा, मेडिसिटी, मिनी मेडिसिटी, गारमेंट हब की घोषणाएं हो चुकी हैं. लेकिन आगरा के उद्योगपतियों को सता रहा इस बात का डर
- एसएन हॉस्पिटल एवं लेडी लॉयल हॉस्पिटल को मिलाकर 44 एकड़ में मिनी मेडिसिटी की घोषणा का चेंबर ने किया स्वागत
- उद्योगपतियों ने कहा मिनी मेडिसिटी का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाए (एसएन एवं लेडी लॉयल को मिलकर)
घोषणाओं की प्रशंसा की लेकिन जताया डर
हाल ही में आगरा के कई घोषणाएं की गई हैं. ये घोषणाएं आगरा के विकास के लिए हैं. एक खुशी ग्रेटर आगरा की मिली है जिसमें 125 हेक्टेयर भूमि में मेडिकल सिटी के लिए प्रस्तावित की गई है और दूसरी घोषणा एसएन हॉस्पिटल एवं लेडी लॉयल हॉस्पिटल को मिलाकर 44 एकड़ में मिनी मेडिसिटी की घोषणा की गई है. आगरा के उद्योगपतियों ने इन घोषणाओं की प्रशंसा की है और इसे जरूरी बताया है. लेकिन उद्योगपतियों को डर इस बात का है कि कहीं ये घोषणाएं चुनावी घोषणाएं बनकर न रह जाएं. चैंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि उन्हें डर है जो कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और कहीं ये घोषणाएं महज चुनावी घोषणाएं बनकर न रह जाएं. इसके लिए सारे जनप्रतिनिधियों को मिलकर सामूहिक रूप से काम करना होगा और तुरंत इसमें गतिशीलता लानी होगी ताकि यह काम जल्द से जल्द प्रारंभ हो सके.
मेडिसिटी सबसे ज्यादा जरूरी
चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि माह अप्रैल में चेंबर का अध्यक्ष बनते ही सबसे पहले उन्होंने मेडिकल सिटी की बात को प्रमुख रूप से उठाया. उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, सीएम योगी तथा स्वास्थ्य मंत्री यूपी के अतिरिक्त आगरा के दोनों सांसदों को पत्र लिखा. चैम्बर ने मांग की थी कि आगरा की स्थिति को देखते हुए (टीटी जेड एरिया एवं वाइट कैटेगरी में आने के कारण) यहां चुनिंदा उद्योग ही खुल सकते हैं और इसकी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए चेंबर ने मांग की कि आगरा में मेडिसिटी खोली जाए ताकि आगरा और यहां उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान के बॉर्डर के लोग दिल्ली जाने के झंझट से मुक्ति पा सकें. उन्हें सस्ता एवं विश्व स्तरीय उपचार आगरा में मिल सके. इस संबंध में चेंबर ने एसएन हॉस्पिटल को एम्स का दर्जा देने की भी मांग की थी कि इस कोविड-19 जिसमें निजी अस्पताल संचालकों द्वारा मरीजों की जेब काटी गई और उन्हें जबरन पैसा देना पड़ा और असहाय होकर उन्हें मजबूर होना पड़ा. उसका कारण मुख्य यही था कि यदि हम आगरा की बात करें तो एसएन को छोड़कर कोई भी ऐसी व्यवस्था नहीं थी जिससे गरीबों को व निम्न मध्यवर्गीय लोगों को सस्ती दर पर उपचार मिल सके और चेंबर ने निर्णय लिया कि इस आवाज को केंद्र व लखनऊ तक पहुंचाया जाएगा.
सबसे पहले शुरू हो एसएस अस्पताल वाला काम
उन्होंने कहा कि अब जबकि दो घोषणाएं हुई, पहली ग्रेटर आगरा जिसमे 125 हेक्टेयर में मेडिकल सिटी बनाने की तथा दूसरी एसएन हॉस्पिटल एवं लेडी लॉयल हॉस्पिटल को मिलाकर 44 एकड़ में मिनी मेडिसिटी बनाने की घोषणा हुई जिसमे एम्स की तरह उपचार मिल सकेगा. चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि प्रथम चरण में एसएन अस्पताल वाला कार्य प्रारंभ कराया जाए और उसकी शुरुआत कराने के संबंध में चेंबर ने सीएम को पत्र लिखा है. इसके साथ साथ आज एडीए वीसी को भी पत्र लिखा है और उनसे निवेदन किया है कि ग्रेटर आगरा का रोड मैप /ब्लू प्रिंट जारी करें। उद्यमियों के लिए भूखंड की भूमि की न्यूनतम दर पर घोषित करें और शीघ्र काम को अमलीजामा बनाया जाए.
महत्वाकांक्षी योजनाओं पर इन्होंने जताया आभार
आगरा की इन महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा के लिए चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील सिंघल, कोषाध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल, पूर्व अध्यक्ष शांति स्वरूप गोयल, सीताराम अग्रवाल, योगेंद्र कुमार सिंघल, अमर मित्तल, राजीव गुप्ता, अनिल वर्मा, मुकेश अग्रवाल, महेंद्र कुमार सिंघल, अतुल कुमार गुप्ता, भुवेश कुमार अग्रवाल, अशोक कुमार गोयल, राजीव तिवारी, श्रीकिशन गोयल, राजीव अग्रवाल तथा सदस्यों में सचिन सारस्वत, मनोज कुमार गुप्ता, उदय कुमार अग्रवाल, संजय गोयल, राहुल चतुर्वेदी, संजय अग्रवाल, विनय मित्तल, अभिषेक अग्रवाल, मनोज कुमार अग्रवाल,अतुल कुमार बंसल, मनोज अग्रवाल, मुरारी लाल गोयल, पियूष अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, नितेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, आलोक असीजा, दिनेश कुमार जैन, पवन पैंगोरिया, मुकेश कुमार गोयल, अम्बा प्रसाद गर्ग, राजकुमार भगत, राजेश कुमार अग्रवाल, संजीव कुमार गुप्ता, विजय कुमार बंसल, रविंद्र अग्रवाल, राजेंद्र गर्ग, विवेक जैन, राकेश चौहान, हरिओम अग्रवाल, वीरेंद्र गुप्ता, संजय गोयल, विजय बंसल, डॉक्टर संतोष कुमार त्यागी, अशोक कुमार अग्रवाल आदि मुख्य रूप से हैं।