आगरालीक्स…(Agra News 8th June) आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल मामले में पांच मिनट आक्सीजन क्यों बंद की, 22 मरीजों का शरीर नीला पडा, डीएम प्रभु एन सिंह ने प्राथमिक जांच के बाद स्पष्ट किया है कि 48 घंटे तक आक्सीजन की कमी रही लेकिन खत्म नहीं होने थी। श्री पारस हॉस्पिटल में आक्सीजन की कमी से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है, हॉस्पिटल में 97 मरीज भर्ती थे, जिसमें से 26 अप्रैल को कोरोना संक्रमित चार गंभीर मरीजों की मौत हुई।
आगरा में आक्सीजन की कमी होने पर श्री पारस हॉस्पिटल, भगवान टाकीज में 26 अप्रैल को क्या हुआ, यह हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन अपने जान पहचान वालों को क्लीनिक में बता रहे थे, इसका अब वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में डॉ अरिंजय जैन कह रहे हैं कि
एक मॉकड्रिल कर के देख लेते हैं, समझ जाएंगे कौन सा मरेगा और कौन सा नहीं मरेगा, सुबह सात बजे माकड्रिल हुई, ये किसी को पता नहीं है, छट गए 22 मरीज छट गए, ये मरेंगे। नीले पड़ने लगे, 74 बचे, इन्हें टाइम मिल जाएगा और बचा लेंगे। इस वीडियो के वायरल होते ही खलबली मच गई।
22 नहीं चार मरीजों की हुई मौत
डीएम प्रभु एन सिंह ने प्राथमिक जांच के बाद वीडियो जारी किया, इसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि आक्सीजन की कमी हुई थी। इससे पैनिक फैल गया, 48 घंटे तक परेशानी रही लेकिन आक्सीजन की कमी नहीं होने दी। श्री पारस हॉस्पिटल में 26 जून को कोरोना संक्रमित चार गंभीर मरीजों की मौत हुई, इनकी मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई है, अगले दिन 27 जून को तीन मरीजों की मौत हुई। यह कहना कि 22 मरीजों की मौत हुई, यह गलत है।