आगरालीक्स….आगरा में महिला रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर ठगी के आरोप में अरेस्ट. एनजीओ संचालिका से 70 हजार रुपये ठगे….पढ़ें पूरी खबर
हरीपर्वत पुलिस ने पकड़ा
आगरा के थाना हरीपर्वत पुलिस ने मंगलवार को एक महिला को रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर ठगी करने के आरोप में पकड़ा है. पुलिस द्वारा महिला के खिलाफ ब्लैक मार्केटिंग एंटी स्क्वॉयड के तहत कार्रवाई की गई है. महिला नोएडा की रहने वाली है. उसके खिलाफ आगरा की एक एनजीओ संचालिका ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर 70 हजार रुपये ठगी करने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई थी. गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, एसआई अमित कुमार और एसआई नीरज कुमार मिश्रा शामिल रहे.
कोरोना पॉजिटिव होने पर मांगे थे इंजेक्शन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आगरा के शास्त्रीपुरम में कविता नाम की महिला रहती हैं. वह आगरा में एनजीओ संचालिका हैं. बीते 24 अप्रैल को कविता व उनके एनजीओ से जुड़े कई सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो गए. इस पर एनजीओ के सदस्यों ने कविता से रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कही. कविता नोएडा में रहने वाली एक महिला दीपाली पांडे को जानती थी. फोन पर संपर्क करने पर दीपाली ने एक इंजेक्शन 5 हजार रुपये में देने को कहा. इस पर कविता ने 12 इंजेक्शन मंगाने को कह दिया. दीपाली ने इंजेक्शन भेजने के खर्चे सहित कुल मिलाकर 70 हजार रुपये देने को कहा. इस पर कविता ने 70 हजार रुपये दीपाली के खाते में ट्रांसफर करा दिए.
रुपये ट्रांसफर होने पर भी नहीं आए इंजेक्शन
रुपये ट्रांसफर होने के बाद भी कविता को इंजेक्शन नहीं मिले. कई बार दीपाली को फोन मिलाने पर भी कोई रिस्पांस नहीं मिला और न ही रुपये वापस हुए. इस पर कविता ने पुलिस में इसकी शिकायत की. पुलिस ने दीपाली के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया. कोविड एंटी ब्लैकमार्केटिंग स्क्वैड को दीपाली की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया. मंगलवार को पुलिस ने दीपाली को थाना हरीपर्वत क्षेत्र स्थित देहली गेट से उसे अरेस्ट कर लिया. आरोपी महिला का कहना है कि महिला ने इंजेक्शन के लिए उससे संपर्क किया था लेकिन वह इंजेक्शन की व्यवस्था नहीं करा पाई. लालच में रुपये ले लिए थे. वह आगरा इंजेक्शन के लिए ही आई थी. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
कोविड एंटी ब्लैक मार्केटिंग स्क्वॉयड का गठन
आगरा पुलिस ने कोविड एंटी ब्लैक मार्केटिंग स्क्वॉयड का गठन किया है. इसके तहत अगर कोई व्यक्ति वैक्सीजन पंजीकरण, आक्सीजन सिलेंडर सहित कोरोना संक्रमित के लिए उपयोग होने वाली जरूरी दवाओं या इंजेक्शनों की ठगी करते हुए या ज्यादा पैसे मांगता है तो उसकी शिकायत आगरा पुलिस द्वारा जारी किए गए नंबर पर की जा सकती हे. यही नहीं शिकायत गोपनीय रखी जाएगी.