आगरालीक्स…(31 May 2021 Agra) आदत नहीं ये अच्छी तू पहचान ले, जानलेवा है तम्बाकू ये बात जान ले. केसर नहीं, कैंसर का दम है दाने दाने में, मेरे दोस्त छोड़ ये शोक, बात मान ले…पढ़ें पूरी खबर
वेबिनार के माध्यम से किया जागरूक
“किसी भी देश का भविष्य उसकी युवा पीढ़ी होती है, लेकिन युवा नशे के आदी हो गए तो देश को कौन संभालेगा” यह कहना है वरिष्ठ चिकित्सक डॉ आलोक मित्तल का। वह आगरा कॉलेज एनसीसी आर्मी विंग द्वारा विश्व तंबाकू रहित दिवस के अवसर पर आयोजित वेविनार में बतौर मुख्य वक्ता कैडेट्स को संबोधित कर रहे थे। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर आगरा कॉलेज एनसीसी आर्मी विंग द्वारा एक वेविनार का आयोजन आज दिनांक 31 मई को किया गया, जिसमें वक्ताओं ने तंबाकू से होने वाली हानियों के संदर्भ में अपने विचार रखते हुए कहा कि युवाओं में तेजी से पनप रहे तंबाकू के शौक के विरुद्ध उनको जागृत करना होगा।
युवाओं में फैशन की तरह इसका क्रेज
वेविनार का शुभारंभ करते हुए वरिष्ठ नाक, कान व् गला रोग विशेषज्ञ डॉ अलोक मित्तल ने कहा कि तम्बाकू एक जानलेवा शौक है। गरीब अपनी भूख मारने के लिए व अमीर आनंद प्राप्ति के लिए तंबाकू का सेवन करता है। युवाओं में फैशन के चलते इसका क्रेज लगातार बढ़ रहा है, लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि इसके सेवन से उनके शरीर को कितनी हानियां हो रही हैं। आवश्यकता है कि हम युवाओं को तंबाकू से होने वाले नुकसान के प्रति जन जागरण अभियान चलाएं। हमें लोगों को टॉकने की आदत डालनी होगी। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना से लगभग साढ़े चार लाख लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि तंबाकू सेवन से प्रतिवर्ष 12 लाख से अधिक लोग काल का ग्रास बन जाते हैं
रोकना होगा इसके प्रचार प्रसार को
इस अवसर पर बोलते हुए कंपनी कमांडर लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने कहा कि तंबाकू उद्योग युवाओं को मूर्ख बना रहा है। इसके प्रचार प्रसार को रोकना होगा क्योंकि जब टेलीविजन एवं सिनेमा हॉल में सिगरेट एवं तम्बाकू के अन्य पदार्थों के बड़े-बड़े विज्ञापन फिल्म स्टार करते हैं तो देश का नौजवान उनका सेवन करने के लिए आकर्षित होता है। वेविनार का संचालन कैडेट दीप्ति ने किया। स्वागत कैडेट देव चाहर व धन्यवाद ज्ञापन कैडेट प्रिया ने किया। यूओ तनिष्का माथुर ने तंबाकू सेवन से होने वाले विभिन्न रोगों के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की। कैडेट नेहा शर्मा व कैडेट अराध्या बंसल ने तंबाकू से होने वाले सामाजिक एवं आर्थिक नुकसान के बारे में बताया। कैडेट नंदनी पवार एवं कैडेट अंकित शर्मा ने युवाओं में ई-सिगरेट के बढ़ते प्रयोग पर् चिंता व्यक्त की। कैडेट शिवमपाल व कैडेट अंकुर परमार ने भारत में तंबाकू व्यवसाय में लगे लोगों के बारे में जानकारी दी, वहीं कैडेट कीर्ति ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर कैडेट अनुज प्रताप, लकी शर्मा, अमन परमार, रिवांशी पाल आदि कैडेट्स ने अपने विचार रखे। अंत में कैडेट रितेश परिहार ने तम्बाकू के प्रति जागृत करने हेतु कविता पढ़ी।
“आदत नहीं ये अच्छी तू पहचान ले,
जानलेवा है धूम्रपान ये बात जान ले।
केसर नहीं, कैंसर का दम है दाने दाने में।
मेरे दोस्त,
छोड़ ये शोक, बात मान ले।
उस दिन अपनी खुशियों को जला बैठे,
जब पहली बार छुपकर सिगरेट जला बैठे।
दिल बार-बार रोया, जब हम एक कश लगा बैठे।”