World Smile day 2022: Smile is the hallmark of inner health…#agranews
आगरालीक्स…मुस्कुराना महज मनोरंजन नहीं है यह मंत्र है, जहां कुटिल मुस्कान से कुरुक्षेत्र घटित होता है वहीं सात्विक परिहास से वृंदावन का सृजन, एक हास्य कवि, वैज्ञानिक और चिकित्सक की सलाह, ‘तनिक मुस्कुराईये’
अंतर्मन के स्वास्थ्य की एक यही पहचान, अधरों पर कितने समय रहती है मुस्कान। विश्व मुस्कान दिवस पर इन पंक्तियों के साथ आगरालीक्स से अपनी बात करते हुए आगरा के हास्य कवि रमेश मुस्कान अपनी बात आगे बढ़ाते हैं। वे कहते हैं कि निर्मल हास्य का एक ठहाका उदासी के बड़े से बड़े पर्वत को क्षण भर में ढहा देता है। ईश्वर अपनी संस्तुति को हंसता-खेलता देखकर प्रसन्न होता है। यही वजह है कि हंसाने वाले लोग फरिश्ते कहलाते हैं। रमेश कहते हैं कि ठहाकों के कई रूप हैं। जहां कुटिल उपहास से कुरूक्षेत्र घटित होता है वहीं सात्विक परिहास से वृंदावन का सृजन होता है। आज के दौर में किसी को हंसाना इबादत से कम नहीं है, हास्य आत्मा का व्यायाम है। बता दें कि रमेश मुस्कान आगरा के एक ऐसे हास्य कवि और व्यंग्यकार हैं, जो राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी रचनाओं से देश-विदेश में लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखरते आए हैं। आगरा वासियों को वे अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए भी गुदगुदाते रहते हैं और उनके बीच बेहद लोकप्रिय भी हैं।
हैप्पी हार्मोन्स के सिक्रीशन पर निर्भर है आपकी खुशी
बिहेवियर साइंटिस्ट डाॅ. नवीन गुप्ता अपनी क्लासेज में लोगों को दिन में सात से आठ बार शीशे के सामने खडे़ होकर मुस्कुराने की सलाह देते हैं। ऐसे लोग जिनके चेहरे से हंसी गायब है। डाॅ. गुप्ता कहते हैं कुछ लोग कभी दुखी नजर नहीं आते, उनके चेहरे पर हमेशा एक प्यारी सी मुस्कान रहती है। दरअसल यह दिखाना नहीं बल्कि उनकी बाॅडी में हैप्पी हार्मोन्स का सही तरीके से सिक्रीशन है। अगर आप मुस्कुराने की आदत डाल लें तो आपकी बाॅडी में भी यही हार्मोन रिलीज होंगे। चार तरह के हार्मोन्स हैं जिन पर खुश रहना डिपेंड है। आॅक्सीटोसिन को लव हार्मोन कहा जाता है। अच्छा या बेहतर अनुभव करना इस हार्मोन के सिक्रीशन को बढ़ा देता है। डोपामाइन तब हमें खुशी देता है जब हम अहसास करते हैं कि जो हम कर रहे हैं वह अहम है। जैसे आर्ट और हाॅबी। वहीं मेडिटेशन से सिरोटोनिन हार्मोन को आसानी से बूस्ट किया जा सकता है। ये मूड को अच्छा और शांत रखता है। एंडोर्फिन हार्मोन अच्छी नींद, योग, निद्रा, मेडिटेशन से रिलीज होता है। आपको मानसिक रूप से शांत रखता है।
डाॅ. गुप्ता कहते हैं तो जब आप स्माइल करे हैं तो वो आपकी पहचान बन जाती है। ऐसे लोगों से दूसरे आकर्षित होते हैं और उनके आस-पास रहना चाहते हैं। जैसे आप एयरलाइंस में देखते हैं। कई और प्रोफेशन हैं जहां मुस्कुराना आपको सिखाया जाता है। सुबह के समय मुस्कुराना अधिक फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इस समय हमारा सबकांसियस माइंड ज्यादा एक्टिव होता है।
मैं भाग्यशाली हूं जो किसी की खुशी में पहली भागीदार बनती हूं
गायनेकोलॉनिस्ट डॉ नीहारिका मल्होत्रा उन लोगों में से हैं जिन्हें लोग इसलिए पसंद करते हैं कि वे चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखती हैं। वे कहती हैं कि हंसने-मुस्कुराने से हमारा मूड अच्छा होता है और हमारे शरीर में कोर्टिसोल और एंडोर्फिन नाम के हार्मोन रिलीज होते हैं। इससे इससे कई तरह के लाभ होते हैं जैसे रक्तचाप में कमी आना, सहनशक्ति में बढ़ोत्तरी, तनाव को खत्म और प्रतिरंक्षा तंत्र मजबूत होना। पेशे से गायनेकोलाॅजिस्ट डाॅ. नीहारिका मल्होत्रा ने कहा कि हम एक ऐसे प्रोफेशन से हैं जहां एक मुस्कान का आपसे, आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से, आपकी आत्मा और भावना से सीधा संपर्क है। एक नवजात की किलकारी से बढ़कर दुनिया में कोई खुशी नहीं है। एक बच्चे के पैदा होने पर उसकी मां के चेहरे पर आने वाली मुस्कान मेरे लिए बहुत मायने रखती है, मेरे द्वारा कराई गईं डिलीवरी के बाद मुझे ऐसी हर एक मुस्कान याद है। वे मेरे अस्पताल में जश्न मनाते हैं और उनके चेहरे पर मैं अपने प्रति कृतज्ञता का भाव पाती हूं। मैं भाग्यशाली हूं कि उनकी इस खुशी में मैं सबसे पहली भागीदार हूं। बता दें कि डाॅ. नीहारिका मल्होत्रा लंबे समय से अपनी संस्था स्मृति के जरिए बच्चों के चेहरों पर मुस्कान ला रही हैं। उनकी संस्था ने कई स्कूल गोद लिए हैं और वे समय-समय पर बच्चों के बीच जाकर खुशियां बांटना पसंद करती हैं। बच्चे और टीन एजर्स उनसे खासा लगाव रखते हैं और उन्हें डाॅक्टर दीदी कहकर संबोधित करते हैं।