सैंया के लादूखेडा निवासी सीमा के 12 अक्टूबर को बच्ची हुई थी, जन्म के बाद बच्ची के न रोने पर दिमाग में आॅक्सीजन की कमी हो गई। इस पर उसे ऐं सएन के बाल रोग विभाग में भर्ती किया गया है। यहां कई दिन वेंटीलेटर पर रखने के बाद तबीयत में सुधार हुआ तो वेंटीलेटर से हटा लिया गया। 31 अक्टूबर को तबीयत बिगडने पर उसे वेंटीलेटर पर भर्ती कर लिया गया। सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। इसके कुछ देर बाद ही नाई की मंडी निवासी नेहा ने अपने बच्चे को रविवार को भर्ती कराया था। बच्चे का वजन कम होने के साथ संक्रमण था। कुछ देर बाद उसकी भी मौत हो गई। इस पर परिजनों ने हंगामा किया।
छह महीने पहले हुए थी तीन बच्चों की मौत
इससे पहले 11 अप्रैल को बिजली गुल होने पर बाल रोग विभाग के आइसीयू में एक के बाद एक तीन बच्चों की मौत हो गई थी। इस पर प्रिंसिपल डॉ अजय अग्रवाल को हटाने के साथ विभागाध्यक्ष डॉ राजेश्वर दयाल और एसआइसी डॉ हिमाशु यादव को सस्पेंड कर दिया गया था।
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