आगरालीक्स.. आगरा के वृद्धाश्रम में पति और पत्नी पहुंचे, उन्होंने अपनी मां और पिता से माफी मांगी, कहा कि उन्होंने पाला है अब उम्र के अंतिम पडाव पर देखभाल करेंगे, पांच वृद्ध अपने बच्चों के साथ घर चले गए।
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर अलग अलग माध्यमों से अपने बुजुर्ग माता पिता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया गया। कहा गया कि उन्होंने कितनी परेशानियों में लालन पालन कर बच्चों को काबिल बनाया, जब उन्हें जरूरत पडी तो वे अपने बुजुर्ग माता पिता को वृद्धाश्रम छोडकर चले गए। इन हालातों को देख कुछ दंपती वृद्धाश्रम पहुंचे, उन्होंने वृद्धाश्रम में रह रहे अपने माता पिता से माफी मांगी, कहा कि आपकी अंतिम सांस तक सेवा करेंगे, यह सेवा भाग्य वालों को ही मिलती है। आज हम इस लायक हैं यह सब आपके कारण से है, बुजुर्ग माता पिता की आंखें नम हो गईं, उन्होंने अपने बच्चों की सभी गलतियों को माफ कर दिया और उनके साथ घर चले गए।
बुजुर्ग माता पिता को रखें व्यस्त
बदलते दौर में किसी के पास समय नहीं है, ऐसे में घर में रह रहे बुजुर्ग माता पिता खुद को अकेला महसूस करते हैं, उनकी बात सुनने वाला तक कोई नहीं है। छोटे बच्चे भी सुबह स्कूल चले जाते हैं, स्कूल से लौटने के बाद होम वर्क में व्यस्त हो जाते हैं। ऐसे में बुजुर्ग माता पिता को व्यवस्त रखें।
यह कर सकते हैं
सुबह माता पिता को टहलने के लिए प्रेरित करें
टहल कर लौटने के बाद नाश्ता दें और स्नान के बाद आध्यात्मिक पुस्तक पढने और लेखने के लिए दे सकते हैं
घर में पौधे लगाए, पालतू कुत्ता है तो उसमें भी बुजुर्ग व्यवस्त रह सकते हैं
अपने आस पास में रह रहे बुजुर्गों का वे ग्रुप बना सकते हैं, जिनके साथ सुबह और शाम को वे गपशप कर सकें
बुजुर्गो की बात को जरूर सुनें