मीडिया रिपोर्ट के अनुसारए हेलीकॉप्टर निजी कंपनी हिमालयन हेली सर्विस का था। बताया जा रहा है दुर्घटना मौसम ठीक नहीं होने की वजह से हुई है। जिस समय हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी, उस समय काफी कोहरा था।
इस हादसे में मारे गए लोगों में पायलट सुमीता, अर्जुन सिंह, महेश, वंदना, अक्षति, अमरित पॉल, और सचिन शामिल हैं। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
वैष्णोदेवी में हादसे:
इससे पहले 1988 जुलाई में भी सांझी छत में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी।
30 जनवरी 2001 को सेना का चेतक हेलीकॉप्टर सांझी छत में क्रैश हुआ था। क्रैश में ब्रिगेडियर रमन सहगल, दो पैरा कमांडो, एक पायलट और को पायलट समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी।
30 दिसंबर 2012 को कटरा में हुए पवनहंस हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। जिसमें सात लोग घायल हुए थे। इस हेलीकॉप्टर इमरजेंसी लैंडिग के जरिए उतारा गया था।
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