आगरालीक्स…(26 November 2021 Agra News) आगरा में रेडिमेड गारमेंट्स और टेक्सटाइल पर 7 प्रतिशत जीएसटी बढ़ने से व्यापारियों में रोष. आगरा में शुरू हुआ विरोध…सरकार को बताए कितना होगा नुकसान
एडिशनल कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
शुक्रवार को को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की जिला इकाई ने एडिशनल कमिश्नर वाणिज्य कर ग्रेड वन अजय कुमार सिंह को उनके कार्यालय जाकर एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से व्यापारियों ने कहा कि जीएसटी दरों के बढ़ाने से कई वस्तुएं 5% की दर से निकालकर 12% के दायरे में की जाएंगी. व्यापारियों ने कहा कि पहले कपड़ा कर मुक्त था जब 5 प्रतिशत जीएसटी लगी तो इसका खूब विरोध हुआ था और आंदोलन किया था. अब सरकार फिर से 7 प्रतिशत जीएसटी बढ़ाकर इसे 12 प्रतिशत कर रही है. कपड़ा व्यापारियों ने कहा कि सरकार को हर माह की जीएसटी की लक्ष्य से ज्यादा एक लाख करोड़ से ऊपर की राजस्व की प्राप्ति हो रही है. जीएसटी की दरें बढ़ने से चीन से आने वाले माल की तादाद बढ़ेगी, जिसका नुकसान यहां की इंडस्ट्रियल एरिया को भुगतना पड़ेगा. हम लोग भी आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
ज्ञापन सौंपने वालों में जिला अध्यक्ष गिर्राज अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष निर्मल कुमार जैन, प्रदेश मंत्री राजकुमार गुरनानी, जिला महामंत्री दीपक शर्मा, कोषाध्यक्ष डीसी मित्तल, युवा जिला महामंत्री सुनील जैन, फल मंडी के अध्यक्ष सुलेमान भाई राजेंद्र सिंह आदि थे.
एक जनवरी से लागू हो जाएंगी बढ़ी हुई दरें
देश में इस समय महंगाई चरम पर है. खाने पीने से लेकर पेट्रोल डीजल के दाम भी आसमान छू रहे हैं. अब सरकार ने रेडिमेड कपड़ों, टेक्सटाइल और फुटवियर को भी महंगा कर दिया है. नई दरे एक जनवरी 2022 से लागू हो जाएंगी. सरकार ने इन सभी आइटमों के फिनिस्ट प्रोडक्ट पर जीएसटी 12 फीसदी कर दी है जो कि पहले केवल 5 फीसदी थी. इसके साथ ही किसी भी मूल्य के बने बनाए कपड़े पर जीएसटी की दरें भी 12 फीसदी हो जाएगी. इसके पहले 1000 रुपये से ज्यादा मूल्य के कपड़ों पर 5 फीसदी जीएसटी लगाया जाता था. इसके अलावा टेक्सटाइज जैसे बुने हुए कपड़े, सेन्थेटिक यार्न, पाइल फैब्रिक्स, ब्लैंकेट्स, टेंट, टेबल क्लॉथ जैसे दूसरे टेक्सटाइल पर भी जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दी गई है. वहीं किसी भी मूल्य के फुटवेयर पर भी जीएसटी 12 फीसदी कर दी गई है. पहले एक हजार रुपये से ज्यादाके फुटवेयर पर 5 फीसदी जीएसटी की दर थी.