आगरा के आवास विकास कॉलोनी निवासी विजय कुमार निजी कंपनी में कार्यरत हैं, उनका बेटा मनीष कुमार मंगलायतन विवि में पॉलीटेक्निक प्रथम सेमेस्टर का छात्र है। वह विवि के न्यू बॉयज हास्टल में चौथी मंजिल पर कमरा नंबर 408 में मांट (मथुरा) निवासी दीपक व मोहित के साथ रह रहा था। रविवार रात मनीष ने हास्टल की चौथी मंजिल स्थित अपने कमरे से बाहर लगी रेलिंग से छलांग लगा दी। विवि प्रशासन ने मनीष को उपचार के लिए ट्रामा सेंटर भेजा। लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया।
अकेला था कमरे में
इंस्पेक्टर राजवीर सिंह ने बताया मीडिया को बताया कि कि जांच में पता चला है कि जिन छात्रों के साथ मनीष रहता था वह छुट्टी गए हुए थे। दो दिन से छात्र अवनीश वर्मा पुत्र राधेश्याम निवासी मंगेतपुर थाना अतरौलिया (आजमगढ़) उसके साथ रह रहा था। रविवार की रात 11 बजे तक दोनों छात्रों की बात हुई थी। अवनीश के सोने के बाद वह छत से कूदा था।
मृत्यु तिथि 24 अप्रैल 2016, और आई एम सॉरी बाबू
इंस्पेक्टर के अनुसार उसने एक कागज पर पर जन्म तिथि 4 नवंबर 1998, मृत्यु तिथि 24 अप्रैल 2016, आई एम सॉरी बाबू में अपना एक भी प्रॉमिस पूरा नहीं कर पाया प्लीज मुझे माफ कर दो लिखकर व्हाटस एप को डीपी पर अपलोड की थी।
हाथ की नस काटकर भेजा फोटो
छत से कूदने से पहले उसने अपने हाथ की नस काटी है और उसका फोटो किसी को व्हाटस एप से भेजा। मगर वह पहुंच नहीं पाया। इसके बाद वह कूद गया। उसके कमरे से मिली उसकी नोट बुक में कई लड़कियों के चित्र बने हैं और अपने नाम को उनके साथ जोड़कर लिखा है। रविवार को उसने एक अन्य छात्र से मेस में खाना खाने के दौरान बात करते हुए कहा था कि मुझे लड़कियों ने प्यार में धोखा दिया है, आज मेरी जिंदगी का आखिरी दिन है, कमरे की दीवार पर भी उसने लड़कियों के नाम लिखे थे। छात्र रात-रात भर सोता नहीं था और मोबाइल पर बात करता था। उसने मनीष गोयल के नाम से अपना फेसबुक एकाउंट बना रखा है। कोतवाल ने बताया कि इससे प्रतीत होता है कि छात्र डिप्रेशन में था और उसने आत्महत्या कर ली। इसके सीसीटीवी फुटेज भी उन्होंने देखे हैं।
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