आगरालीक्स…स्कूली बच्चों के 10 से 12 वर्ष की उम्र में बाल सफेद और कमजोर हो रहे हैं। बच्चे इससे तनाव में हैं।चिकित्सक कहते हैं, सावधानी बरतें तो छुटकारा संभव
स्कूल में सहपाठियों से भी कटा हुआ करते हैं महसूस
आगरा में स्कूली बच्चों के समय से पहले बाल सफेद होने, बालों के पतला होने अथवा झड़ने की समस्या आ रही है। बालों के सफेद होने पर बच्चे तनाव महसूस करते हैं। साथी बच्चों से अपने को कटा हुआ महसूस करते हैं।
सफेद बालों को देखने पर बच्चे हुए असहज
एमडी जैन इंटर कॉलेज के दो बच्चे करीब 10 से 12 वर्ष की आयु के (नाम और पहचान को छिपाया है) शुक्रवार को स्कूल से छुट्टी के बाद साइकिल से अपने घर जा रहे थे। हरीपर्वत चौराहे पर रेड लाइट होने पर दोनों बच्चे रुके तो उनके सफेद बालों को देखकर लोग कौतुहल से देखने लगे। इससे बच्चे असहज हो गए। उन्होंने अपना नाम और क्लास के बारे में बताया कि उनके बाल कुछ समय से तेजी से सफेद हो रहे हैं। मम्मी-पापा भी इसे लेकर परेशान हैं।
बच्चों को पौष्टिक खाना दें, जंक फूड से बचें
बच्चों के बालों के सफेद व कमजोर होने के बारे में एसएन मेडिकल कॉलेज के चर्म रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. यतेंद्र चाहर का कहना है कि अभिभावक बच्चों के खान-पान पर ध्यान दें तो इसे रोका जा सकता है। बच्चों को हेल्दी खाना दिया जाए। प्रोटीनयुक्त खाना दिया जाए। बच्चों को जंक फूट खाने से रोका जाए।
कॉस्मेटिक चीजों का इस्तेमाल नहीं किया जाए
डाक्टर चाहर कहते हैं कि बालों के सफेद होने पर बालों में कॉस्मेटिक चीजों का इस्तेमाल करने लग जाते हैं। जैल और कलर लगाने से बचना चाहिए। इससे यह चीजें बढती हैं। उन्होंने हार्मोनल बदलाव से भी ऐसा संभव होता है।
बालों को सफेद होने से रोका जा सकता है
बालों के दोबारा काला होने के संबंध उन्होंने कहा कि बच्चों के जो बाल सफेद हो गए हैं, वह तो काले नहीं हो सकते लेकिन आगे बाल सफेद नहीं हों, इससे रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों क बालों में अगर समस्या दिखती है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।