आगरालीक्स…आगरा में 9.41 लाख लोग इस बार वोट नहीं दे पाए. कईयों का लिस्ट में नहीं आया था नाम. अगर ये लोग वोट देते तो क्या बदलते समीकरण..आप भी दें अपनी राय
आगरा नगर निगम का चुनाव की पूरी प्रक्रिया मतगणना के साथ ही समाप्त हो चुकी है. आगरा नगर निगम के सौ वार्डों और मेयर पद के लिए हुए चुनाव में मेयर सीट पर भाजपा की हेमलता दिवाकर जीती हैं तो वहीं 100 वार्डों में से 58 पर भाजपा प्रत्याशी, 27 पर बसपा प्रत्याशी, 11 पर निर्दलीय, 3 पर सपा और एक पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. कई वार्डों में प्रत्याशियेां की बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है जिसमें हार जीत का अंतर बहुत कम वोटों का ही रहा है. ऐसे में जो जीत गए हैं वो तो खुशी मना रहे हैं लेकिन जो प्रत्याशी हार गए हैं वो अब वोटिंग लिस्ट में लोगों का नाम न आने की दुहाई भी दे रहे हैं.
बता दें कि आगरा नगर निगम के कुल वोटर्स की संख्या 14 लाख 53 हजार 808 रही, लेकिन इनमें से सिर्फ 5 लाख 12 हजार 695 लोग ही अपने मत का प्रयोग कर सके. 9 लाख 41 हजार 113 लोग इस बार वोट डालने नहीं आये. इनमें से कई वोटरों का मानना था कि वार्डों की जो लिस्ट आती है उनमें उनका नाम ही नहीं शामिल था. ऐसा किसी एक वार्ड में नहीं बल्कि कई वार्डों में शिकायत मिली जिसमें लोगों ने कहा कि कहीं—कहीं तो किसी पूरी फैमिली या कहीं—कहीं कॉलोनी के आधे से भी ज्यादा लोगों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं आया, जिसके कारण हम लोग वोट डालने ही नहीं जा सके.
इतनी बड़ी संख्या में लोगों के वोट न डाल पाने के कारण अब हारे हुए प्रत्याशी विभागों को कोस रहे हैं. उनका कहना है कि अगर लोगों का वोटर लिस्ट में नाम आता तो समीकरण बदले हुए होते. हमें हार का मुंह नहीं देखना पड़ता.