आगरालीक्स… आगरा के एसएन में पहली लेजर विधि से वेरिकोज वेन्स पैरों में नीले रंग की नसों का फूलना की सर्जरी, सीटीवीएस डॉ. सुशील सिंघल ने चार साल से पीड़ित मरीज की फ्री सर्जरी की।
एसएन मेडिकल कॉलेज के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर ( सीटीवीएस ) सर्जन डॉ. सुशील सिंघल की ओपीडी में 28 साल के सिकरौंदा, फतेहपुर सीकरी के रहने वाले शिव प्रसाद ने पैरों में सूजन आने और घाव होने पर दिखाया। उन्हें चार साल से पैर की नस फटने से ब्लीडिंग होने लगी थी, वे कुछ काम नहीं कर पाते थे। पैरों में घाव बने हुए थे और पैर काले पड़ गए थे।
ईवीएलए से की सर्जरी, 48 घंटे बाद कर सकेंगे काम
कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन डॉ. सुशील सिंघल ने बताया कि मरीज की एंडोवीनस लेजर अब्लेशन (ईवीएलए) विधि से सर्जरी प्लान की गई। इस विधि में अल्ट्रासाउंड मशीन की मदद से एक छोटा छिद्र कर लेजर से वेरिकोज वीन्स को जला दिया जाता है। शिव प्रसाद की सीधे पैर में ईवीएलए से सर्जरी की गई। इस बीमारी में सामान्य सर्जरी में मरीज को चार से पांच दिन तक भर्ती रखा जाता है, इसके बाद कई महीने से सावधानी बरतनी होती है। मगर, लेजर विधि से सर्जरी में मरीज को 24 घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया जाता है। 48 घंटे बाद वह काम कर सकता है। एसएन में फ्री सर्जरी की गई, जबकि निजी अस्पताल में 1.50 लाख से 2.50 लाख में यह सर्जरी होती है। डॉ. सुशील सिंघल के साथ टीम में डा. आशीष, डॉ. रेनू, डॉ. श्रेया श्रीवास्तव शामिल रहीं।
बाईपास सर्जरी भी होगी शुरू
एसएन से एमएस करने के बाद डॉ. सुशील सिंघल ने दिल्ली से एमसीएच सीटीवीएस किया। एसएन के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता और सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. प्रशांत लवानियां ने बताया कि जल्द ही सुपरस्पेशियलिटी विंग में बाईपास सर्जरी शुरू की जाएगी। सर्जरी में एनेस्थीसिया विभाग की डॉ. अर्चना का भी सहयोग रहा।