आगरालीक्स…भारतीय छात्रों रूस में उच्च शिक्षा के लिए रूसी सरकार दे रही छात्रवृत्ति, कॅरियर में भी कई सारे विकल्प…आगरा के केएमआई में रूस की प्रोफेसर ने दिया व्याख्यान
केएमआई के विदेशी भाषा विभाग में साउथ उराल स्टेट यूनिवर्सिटी, चेल्याबिंस्क, रुस की प्रोफेसर ओल्गा शलोपवा द्वारा ‘विश्व संस्कृति एवं विज्ञान में रूस का योगदान’ विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर उनके साथ पधारे रूस के अन्य विद्वान मिस आन्ना एवं गौतम कश्यप ने विद्यार्थियों के साथ रूसी भाषा के अध्ययन से सम्बंधित विशय पर संवाद किया।
व्याख्यान के बाद प्रोफेसर ओल्गा ने रूसी भाषा पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को रूस में जाकर शिक्षा ग्रहण करने के अवसरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रूसी भाषा सीखने के बाद छात्रों को भविष्य में कैरियर के कौन-कौन से विकल्प मिल सकते हैं और इसमेें यह ज्ञान किस प्रकार मददगार हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय छात्रों को रूसी सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्तियों की जानकारी दी और बताया कि इन छात्रवृतियों का लाभ उठाकर वे रूस में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

प्रो. ओल्गा ने विभाग के शिक्षकों के साथ विदेषी भाषा शिक्षण विधियों और तौर-तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने संस्थान को रूसी भाषा सीखने में सहायक शब्दकोष सहित कई स्वरचित पुस्तकें भेट की ताकि संस्थान के छात्र-छात्रायें आवश्यकतानुसार इनका इस्तेमाल कर सकें। इस अवसर पर विदेशी भाषा विभाग के प्रभारी डॉ. प्रदीप वर्मा तथा रूसी भाषा के शिक्षक अनुज गर्ग के द्वारा डॉ. भीमराव आंबेदकर विष्वविद्यालय, आगरा एवं साउथ उराल स्टेट यूनिवर्सिटी, चेल्याबिंस्क, रुस के साथ एम.ओ.यू. (समझौता ज्ञापन) करने के सम्बंध में भी चर्चा की.
विवि द्वारा पूर्व में एमजीआईएमओ विवि, माॅस्कों, रूस के साथ किये गये समझौता ज्ञापन के अन्तर्गत स्टूडेन्ट एक्सचेन्ज कार्यक्रम पिछले 01 वर्ष से निरन्तर सक्रिय है। अगले रूसी छात्रों के दल का आगमन विवि में मार्च माह में प्रस्तावित है, हाल ही में विवि की कुलपति प्रो. आशु रानी द्वारा अन्य अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए केएमआई के निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीधर के निर्देशन में विश्वविद्यालय में अन्तरर्राष्ट्रीयय सम्बंध प्रकोष्ठ बनाया गया है. इस प्रकोष्ठ के सचिव डा. प्रदीप वर्मा द्वारा इस दिषा में कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।
रूसी अतिथि विद्वानों द्वारा के.एम.आई. के संग्रहालय का भी अवलोकन किया गया एवं उनमें रखी हुई पांडुलिपियों एवं प्राचीन सिक्कों की प्रशंसा की गई। कार्यक्रम के दौरान विद्यापीठ के शिक्षक डाॅ. आदित्य प्रकाश, डाॅ. कृष्ण कुमार और अंगद एवं डाॅ. अमित, डा. रमा, डाॅ. मोहिनी, कंचन एवं विशाल शर्मा इत्यादि उपस्थित रहे।