आगरालीक्स…(22 July 2021 Agra News) पति—पत्नी के बीच तकरार की नई वजह बनी आनलाइन पढ़ाई. पत्नी—मैं नाश्ता बनाऊं या बच्चों की पढ़ाई कराऊं. पति—मुझे भी आफिस जाना है, कैसे इन सबको देखूं.
दयालबाग के रहने वाले आशीष अग्रवाल और उनकी पत्नी सुनीता में आजकल बोलचाल बंद है. इसकी वजह उनके दो बच्चों परी और देवांश की आनलाइन पढ़ाई है जो कि सुबह से ही शुरू हो जाती है. आशीष की परेशानी ये है कि उन्हें समय पर आफिस पहुंचना है तो ऐसे में वह कैसे बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें, तो वहीं सुनीता का कहना है कि अगर वह दोनों बच्चों की पढ़ाई कराएंगी तो नाश्ता और खाना कौन बनाएगा.
पति—पत्नी में हो रहा विवाद
आशीष और सुनीता कोई एक पेरेंट्स नहीं है जिनमें बच्चों की आनलाइन पढ़ाई को लेकर बोलचाल बंद है या झगड़ा हो रहा है. ये समस्या कई पेरेंट्स के साथ सामने आ रही है. आनलाइन पढ़ाई भले ही आज के समय की मांग हो लेकिन इसके कारण कई नए तरह के विवाद भी सामने आ रहे हैं. पति—पत्नी के बीच झगड़े की नई वजह बच्चों की आनलाइन पढ़ाई बन रही है. जिन घरों में बच्चे छोटे हैं उनके पेरेंट्स में सबसे ज्यादा ये दिक्कतें पैदा हो रही हैं. दरअसल, बच्चों की पढ़ाई सुबह 9 बजे से शुरू हो जाती है जो कि दोपहर एक से दो बजे तक चलती है. सुबह—सुबह का टाइम ऐसा होता है जब बच्चों की पढ़ाई तो चल ही रही होती है उसके साथ ही घर के जरूरी काम भी करने होते हैं. ऐसे में पत्नी चाहती है कि पति बच्चों की पढ़ाई कराएं जिससे कि वो घर का काम कर सकें. वहीं पति की परेशानी ये है कि उन्हें आफिस भी जाना है, लेट पहुंचने पर रोजाना डांट पड़ती है. कैसे—इन सबको देखूं.
जिनके घर में दो या तीन बच्चे वहां परेशानी अधिक
जिन घर में दो या तीन बच्चें हैं और सभी की आनलाइन पढ़ाई चल रही हैं वहां इस तरह के झगड़े ज्यादा सामने आ रहे हैं. पर क्या करें किसी तरह से एडजस्ट करना पड़ रहा है. बच्चों की पढ़ाई भी जरूरी है और घर के अन्य काम भी जरूरी है. ऐसे में पेरेंट्स काफी मुश्किलों के बीच इन सभी के बीच सामंजस्य बिठा रहे हैं.
आज के समय की मांग बनी आनलाइन पढ़ाई
कोरोना महामारी के कारण आनलाइन पढ़ाई आज के समय की सबसे बड़ी मांग बन गई है. बच्चों पर कोरोना का कोई असर न हो इसके लिए उन्हें स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है बल्कि घर पर ही आनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. लगातार दूसरे सेशन में बच्चे आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई अच्छी तरह से हो इसके लिए टीचर्स जहां हर रोज वीडियो कॉल् के जरिए बच्चों की पढ़ाई करवा रहे हैं तो वहीं बच्चों के स्कूल वर्क से लेकर होमवर्क तक की जिम्मेदारी उनके पेरेंट्स पर आ गई है.