आगरालीक्स…आगरा के बल्केश्वर स्थित माता पार्वती घाट शुद्धि स्थल सील. प्रशासन ने कहा—अवैध कब्जा कर बनाया निर्माण. लोगों में आक्रोश, कहा—शुद्धि स्थल पर होती हैं उठावनियां, सत नहाना व नौ नहाना
आगरा में एडीए वीसी डॉ राजेंद्र पेंसिया के दिशा निर्देशन में निरंतर अवैध निर्माण कार्यों पर कार्रवाई की जा रही है. बुधवार को बलकेश्वर स्थित पार्वती घाट पर एडीए ने बड़ी कार्रवाई की. एडीए ने इसे अवैध निर्माण और डूब क्षेत्र में बताते हुए क्षेत्र में कार्रवाई की है. टीम ने बताया कि क्षेत्र में दो मंजिला भवन का निर्माण एनजीटी की मुंडिया उखाड़कर किया गया था। आज सीलिंग की कार्रवाई की गई। एडीए अधिकारियों संग इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा मौजूद रहे।

लोगों में रोष
वहीं निर्मित शुद्धि स्थल पर तालाबंदी से क्षेत्रीय निवासियों में रोष है. बल्केश्वर क्षेत्र में पार्वती घाट पर मृतक के परिजनों हेतु निर्मित शुद्धि स्थल पर बुधवार को प्रशासन द्वारा तालाबंदी किए जाने से क्षेत्रीय निवासियों में रोष व्याप्त हो गया है। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने इस कार्यवाही पर विरोध जताया है. पार्षद अमित ग्वाला, सकारात्मक फाउंडेशन के चंद्रेश गर्ग, श्री अग्रबंधु समन्वय समिति के संस्थापक-संरक्षक वीके अग्रवाल, हरि बोल सेवा समिति की ममता सिंघल, पूर्व पार्षद डॉ. अशोक अग्रवाल, पूर्व पार्षद ताराचंद मित्तल “तोती भाई”, पूर्व पार्षद श्रीमती मधुबाला अग्रवाल, पूर्व पार्षद प्रकाश चंद्र अग्रवाल, भाजपा नेता कृष्ण कुमार “गुड्डू” और सोनू मित्तल ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।

गौरतलब है कि जनहित के लिए निर्मित इस स्थल पर सर्व समाज के सैकड़ों शहरवासी अब तक उठावनी, सत नहाना, नौ नहाना और अन्य सामाजिक कार्यक्रम कर चुके हैं, पर अब इस तालाबंदी के बाद इस भवन का जनहित के कार्यों के लिए सार्वजनिक उपयोग नहीं हो सकेगा।
बता दें कि हिंदू मान्यताओं के अनुसार मृतक आत्मा की शांति हेतु परिवारी जन दाह संस्कार के सातवें या नौवें दिन शुद्धि के लिए नदी के तट पर स्नान आदि की किया करते हैं। इस परंपरा के निर्वाह के लिए बल्केश्वर-कमला नगर की घनी आबादी और शहर वासियों के लिए बल्केश्वर मोक्ष धाम के आसपास कोई नौ नहाना स्थल नहीं था तब वर्ष 2007 में कुछ क्षेत्रीय लोगों ने सूक्ष्म रूप में नौ नहाना स्थल बनाया। वर्ष 2012 में पूर्व विधायक स्वर्गीय जगन प्रसाद गर्ग ने विधायक निधि से इसका जीर्णोद्धार करवाया। बाद में क्षेत्रीय पार्षद अमित ग्वाला के नेतृत्व में नई पीढ़ी की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस स्थल को नई साज-सज्जा और आधुनिक सुविधाओं के साथ नवीन स्वरूप प्रदान किया गया। नवीन भवन से शहर के हजारों लोग निरंतर लाभान्वित हो रहे थे कि अचानक कुछ असामाजिक लोगों को यह बात नहीं पची तो उन्होंने अधिकारियों को भ्रमित कर इस जनहित के सार्वजनिक स्थल पर बुधवार को सील लगवा दी। इससे क्षेत्र में व्यापक रोष है।