आगरालीक्स ….आगरा मेडिकल हब बन चुका है, कई नए हॉस्पिटल खुले हैं कुछ खुलने जा रहे हैं, कुछ बंद भी हुए हैं। डॉक्टरों ने टाइमिंग बदल दी। डॉक्टर्स डे पर आगरा में इलाज की सुविधाएं और डेवलेप होते कारपोरेट कल्चर पर एक नजर।
आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज के बाद निजी हास्पिटल में वर्मा, मल्होत्रा हास्पिटल और सरकार नर्सिंग होम से प्राइवेट हास्पिटलों ने दस्तक दी। इसके बाद निजी क्लीनिक के साथ हास्पिटल खुलने लगे। पिछले 20 साल में आगरा के मेडिकल फील्ड में तेजी से बदलाव हुए। कारपोरेट कल्चर के साथ ही निजी क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टरों ने अपने हॉस्पिटल शुरू कर दिए।
आगरा के बड़े हॉस्पिटल
शांतिवेद इंस्टीटयूट आफ मेडिकल साइंसेज, उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल, सिनर्जी प्लस हास्पिटल, पुष्पांजलि हॉस्पिटल, जीजी नर्सिंग होम, प्रभा ट्रामा सेंटर ऐसे नाम हैं जिन्होंने आगरा की तस्वीर बदल दी है।

डॉक्टर जिन्होंने हॉस्पिटल खोले और मरीजों से बनाए अच्छे रिश्ते
अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. डीवी शर्मा का बोन हॉस्पिटल, प्रतापनगर, लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. सुनील शर्मा और अनुपमा शर्मा का नवदीप हॉस्पिटल, साकेत कॉलोनी, फिजीशियन डॉ. डीपी शर्मा का अमर नाथ हॉस्पिटल, यमुना पार, पाठक हॉस्पिटल, ताज नगरी फेज टू, डॉ. राजकुमार गुप्ता का आगरा मेडिसिटी हॉस्पिटल।
डॉक्टर के क्लीनिक, जिन्होंने बनाई पहचान
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.जेएन टंडन का टंडन क्लीनिक, ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. राजीव पचौरी का
क्लीनिक, फिजीशियन डॉ. अतुल कुलश्रेष्ठ, दयालबाग, डॉ. सुनील बंसल, सांई की तकिया, डॉ. बीके अग्रवाल, जयपुर हाउस, ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. आलोक मित्तल का मित्तल क्लीनिक ।
हास्पिटल जो बंद हो गए
नयति हॉस्पिटल, पंकज अपोलो हॉस्पिटल