आगरालीक्स…आगरा मेट्रो शानदार…स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और पब्लिक प्लेस मेट्रो स्टेशन से सीधे जुड़े. मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने किया निरीक्षण, दिए निर्देश
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र आज आगरा पहुंचे. उन्होंने आगरा मेट्रो को शानदार तोहफा बताया और डीएम को आदेश दिए कि मेट्रो स्टेशंस से मुख्य स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, पब्लिक प्लेसेस जोड़े जाएं. इसके अलावा मेट्रो स्टेशंस के लिए सिटी बसों को भी सीधे जोड़ा जाए जिससे लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े.
मुख्य सचिव, दुर्गा शंकर मिश्र के आगरा पहुंचने पर जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने बुके देकर स्वागत किया. सर्किट हाउस में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद वे हाल ही में शुरू हुई मेट्रो रेल परियोजना के निरीक्षण के लिए ताजमहल मेट्रो स्टेशन पहुंचे. मुख्य सचिव ने मेट्रो ट्रेन से ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन तथा वहां से मनकामेश्वर मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो का सफर किया तथा मेट्रो ट्रेन की सराहना की.
मुख्य सचिव ने बताया कि मेट्रो रेल आगरा के लिए अत्यंत खुशी की बात है, आगरा देश का 31वां शहर है जहां मेट्रो बना है. उन्होंने बताया कि आगरा मेट्रो के सभी 6 स्टेशनों के आसपास के क्षेत्रों को सिटी बस सेवा से जोड़ा जाएगा, इसमें स्कूल,कॉलेज, रेलवे स्टेशन,अस्पताल तथा पब्लिक सेवा के सभी स्थान मेट्रो स्टेशन से सीधे जोड़े जाने हेतु जिलाधिकारी आगरा को निर्देश दिए गए हैं. आगरा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट 08 हजार 600 करोड़ का पूरा प्रोजेक्ट था जिसमें 2 हजार 600 करोड़ का कार्य पूर्ण हो चुका है. मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि आगरा मेट्रो ने एक कीर्तिमान भी बनाया है जिसके लिए मेट्रो रेल कॉरपोरेशन बधाई का पात्र है आगरा मेट्रो ने रिकॉर्ड 02 साल से कम समय में तीन अंडरग्राउंड स्टेशन पूरा कर रिकार्ड बनाया है, मेट्रो प्रोजेक्ट में विभिन्न प्रकार की विघ्न बाधाएं आई जिसमें टीटीजेड,सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न निर्देश, एनजीटी, एनवायरमेंटल क्लीयरेंस आदि लेकिन अब सभी क्लियरिंस पूरे कर लिए गए हैं ,अब कोई बाधा नहीं, मेट्रो का कार्य तेजी से पूर्ण होगा.
उन्होंने मेट्रो स्टेशनों पर प्रदत्त सुविधाओं, साज सज्जा की तारीफ करते हुए बताया कि यह बहुत सुंदर बने हैं तथा मेट्रो की यात्रा में शहर वासियों व पर्यटकों को ताजमहल भी देखने को मिलेगा, मैं देख रहा हूं आगरा में मेट्रो की लोकप्रियता बड़ी है ,इससे राजस्व का भी इजाफा होगा। माननीय मुख्य सचिव ने बताया कि मेट्रो बनाने के लिए पहले विदेशी विशेषज्ञ नॉर्थ कोरिया, जापान आदि से बुलाए जाते थे लेकिन अब भारत स्वयं अपनी मेट्रो बना रहा है जो आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है, अब मेट्रो पूरी तरह भारत में तैयार हो रही है, पहले बाहर की कंपनियों से मदद लेते थे, आज अब हम अपनी विशेषज्ञता तथा स्किल,विदेशों को भी दे रहे हैं।