आगरालीक्स…जब कोई छात्र इंटरव्यू देने जाए तो उसका रिज्यूम कैसा होना चाहिए, सीवी में अगर ये होगा तो इंटरव्यूयर होगा प्रभावित. यूनिवर्सिटी में बताया कैसे इंटरव्यू क्रेक करें…
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस स्थित इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (आइईटी) की ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें एचएसबीसी टेक्नोलाज पुणे के सीनियर वाइस प्रेसिंडेंट व संस्थान के 1998 बैच के विद्यार्थी नितिन चंद्रा ने इंटरव्यू कैसे क्रेक करें विषय पर कंप्यूटर साइंस शाखा के विद्यार्थियों संग संवाद किया। उन्होंने विद्यार्थियों को किसी भी इंटरव्यू की तैयारी करने के तरीके बताए। कहा कि फ्रेशर विद्यार्थियों के लिए अनुभव से अधिक उनके शैक्षिक ज्ञान पर महत्व दिया जाता है, इसलिए जिस विषय का आपको ज्ञान व अनुभव हो, अपने रिज्मूम में उसे प्रमुखता से प्रदर्शित करें। साथ ही उस पर पूछे जा सकने वाले सभी संभावित प्रश्नों को तैयार करके रखें, जिन्हें इंटरव्यू में पूछा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में भाषायी गलतियों से ज्यादा कंटेंट पर ध्यान दिया जाता है, इसलिए कंटेंट आपके बहुत मजबूत होने चाहिए। जिस विषय में आपकी विशेष योग्यता है, इंटरव्यू को उसी के आसपास समेटने की कोशिश करें क्योंकि यदि इंटरव्यूयर उसे अपने विषय की तरफ ले गए, तो दिक्कत होगी। जो भी सीवी में लिखें आपको उसकी जानकारी होनी चाहिए। विद्यार्थियों ने उनसे विभिन्न विषयों पर प्रश्न भी पूछे जैसे जॉब कैसे सर्च की जाती है? सीटीसी के लिए कैसे मोलभाव किया जाता है, नौकरी चुनने के लिए क्या बांड भरने जरूरी है। उन्होंने बताया कि जॉब सर्च के लिए आनलाइन-आफलाइन बहुत से विकल्प हैं, जिन्हें अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं। इनमें कैंपसप्लेसमेंट व आनलाइन साइट्स के माध्यम से इंटरव्यू आदि हैं।
बताया कि जब कंपनी बहुतायत में नौकरी देगी, तो आपको उनकी शर्त और उनके द्वारा निर्धारित सीटीसी पर काम करना होगा, जबकि कंपनी अपनी जरूरत के अनुसार काबिल लोगों को तलाश करेगी, तो सीटीसी में मोलभाव संभव है। एचआर राउंड में अधिकतर प्रमाण-पत्र, कंपनी पालिसी आदि पर ही ध्यान दिया जाता है, वहां से रिजेक्शन का आंकड़ा कम होता है। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के प्रशांत महर्षि, डा. रत्ना पांडेय और शिवानी गुप्ता, इंजीनियर अंकिता महेश्वरी, स्टूडेंट कॉर्डिनेटर सागर और ललित चौधरी का व्यवस्था में विशेष सहयोग रहा। चंदन कुमार, डा. डी सकीना देव, डा. गिरीश कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।