Agra News : Easier treatment of heart, kidney and diabetes, this discussion on new generation medicines among experts in Agra is like a hope for patients…#agra news
आगरालीक्स…ह्दय, किडनी और डायबिटीज के आसान होते इलाज, आगरा में विशेषज्ञों के बीच नई जनरेशन की दवाओं पर हुई यह चर्चा डायबिटीज मरीजों के लिए एक उम्मीद की तरह है
एक बार किसी को किडनी की गंभीर बीमारी हो जाए तो वह बचाव के लिए तरह-तरह के उपाय करता है। वहीं दूसरी तरफ, वैज्ञानिक लगातार नए-नए शोध कर रहे हैं ताकि दिल, लिवर, किडनी, डायबिटीज के इलाज और बचाव के बेहतर तरीके खोजे जा सकें। इस बीच डायबिटीज के इलाज में इस्तेमाल होने वाली एक नई दवा किडनी के जोखिमों को भी कम कर रही है। आगरा में विशेषज्ञों ने इसे लेकर चर्चा की।
आगरा डायबिटीज फोरम और जीरिएटिक सोसायटी आॅफ इंडिया ने ह्दय, किडनी और डायबिटीज के इलाज प र आधुनिक और नई दवाओं को लेकर चर्चा की। होटल होली डे इन में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में एडीएफ के साइंटिफिक सचिव और जीरिएटिक सोसायटी आॅफ इंडिया के प्रेसीडेंट इलेक्ट डॉ. अतुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि जब भी किसी व्यक्ति में पहली बार डायबिटीज की पुष्टि होती है तब तक किडनी में भी कोई न कोई समस्या शुरू हो चुकी होती है। यूरिन में एल्बुमिन आना या क्रेटिनिन बनना। अब इसका इलाज करें या न करें धीरे—धीरे यह समस्या बढ़ने लगती है। इलाज इसकी रफ्तार को कुछ कम जरूर करता है फिर भी रोग गंभीर होता जाता है। इसे रोकने के लिए सबसे पहले शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना होता है। नई दवाओं का असर यह है कि इनसे एडवांस किडनी डिजीज को भी रिवर्स किया जा सकता है। मसलन किसी को ग्रेड थ्री किडनी डिजीज है तो उसे ग्रेड टू या वन पर लाया जा सकता है। अगर शुरूआता में ही पता लगा लिया जाए तो बीमारी को सौ फीसद तक रिवर्ट किया जा सकता है।
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. तरूण मित्तल ने कहा कि जिस तरह बीमारियों और परेशानियों की गिनती नहीं है, उसी तरह इलाज की भी गिनती नहीं हो सकती। डायबीटीज की बात हो, लिवर की, हार्ट की। वक्त के साथ इलाज के तरीके भी बदल रहे हैं। ज्यादातर चीजों में ये बदलाव सकारात्मक और ज्यादा सक्षम नज़र आ रहे हैं। इसके बाद उन्होंने डायबिटीज की एडवांस दवाओं से किडनी की बीमारियों में हो रहे फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान
इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. डीके हाजरा, डॉ. सुनील बंसल, डॉ. वरूण चौधरी, डॉ. रजनीश कुमार सिंह, डॉ. राजकुमार गुप्ता, डॉ. शम्मी कालरा आदि मौजूद थे।