आगरालीक्स…आगरा में भारतीय संस्कृति को रंगोत्सव के जरिए किया गया पेश. सेठ पदमचंद जैन संस्थान में हुआ सांस्कृतिक महोत्सव…
सेठ पदम चंद जैन प्रबंध संस्थान के स्टूडेंट कल्चरल क्लब द्वारा एक सांस्कृतिक महोत्सव “रंगोत्सव” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से सांस्कृतिक क्लब के सदस्य प्रणय, शशांक, अंशिका और खुशबू ने किया। इस महोत्सव में विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक गतितिधियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की थीम, भारतीय संस्कृति के विविध रंग रहा, जिसे पूरी तरह से विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों में प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें प्रमुख रूप से शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, गायन और कविता प्रतियोगिता शामिल थी। लोक नृत्य में विदुषी ने राजस्थानी गीत “ढोलना’ पर एकल प्रस्तुति दी, जबकि आयुषी और सिमरन ने “ढोल बाजे’ और “घूमर’ गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया । कशिश ने गीत “तेरी मरी कट्टी हो जाएगी” पंजाबी थीम पर प्रदर्शन किया। लोक समूह नृत्य “चौगड़ा तेरा” में माधवी, महक, हार्षिता और खुशबू ने गूजराती संस्कृति को प्रदर्शित किया, जबकि माधवी, महक और वंशिका ने गीत “परियाँ तो वध सोनी, चिते सूट पे दाग पे गए” पंजाबी थीम पर नृत्य किया। राधा, पिंकी, नुपूर, प्रियांशी, मानसी, शिवानी, ने बृज का राधा कृष्ण रास नृत्य प्रस्तुत किया।

गायन में राहुल, रुद्र ने “तुम प्रीत हो, तुम मीत हो” व शिफा ने “वो हे अलबेला मद नेनौं वाला’ पर अपनी आवाज से सभी का मन मोह लिया, वही कविता प्रतियोगिता में नव्या ने भारत की संस्कृति, नंदिनी कृष्ण आएंगे और राधा ने राधा कृष्ण के उपर अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की। शास्त्रीय एकल नृत्य में “आजा नच ले व एक दिल एक जान” गीत पर हर्षिता, अंशिका, खुशबू और रिया ने अपनी कला का प्रदर्शन किया, जबकि शास्त्रीय समूह नृत्य में वंशिका, पायल और रौनक ने गीत ‘मितवा व घर मोरे परदेसीया पर दर्शकों का दिल जीता। “रंगीलो मारो ढोलना’ गीत पर तीव्र, रोनक, यश, नंदिनी, पीयूष, पायल, तनिष्क व युवराज ने प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का संचालन अक्षरा, मुस्कान और साक्षी ने किया। बैकस्टेज का कार्य कृष्णा, लक्षिता, सचिन, विश्वजीत और अनुराग ने संभाला। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. रुचिरा प्रसाद ने सभी छात्रों को इस आयोजन के लिए बधाई दी और उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों में प्रबंध और संगठनात्मक कौशल को बढ़ावा देते हैं। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रो. ब्रजेश रावत, डॉ. स्वाती माथुर, डॉ. श्वेता चौधरी, डॉ. श्वेता गुप्ता, डॉ. जागृति असीजा और डॉ. सीमा सिंह भी उपस्थित रहे।