आगरालीक्स….. आगरा के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के डॉक्टर और कर्मचारियों को 10 महीने से नहीं मिला वेतन।

जनपद न्यायाधीश विवेक संगल, आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा नसीमा, सदस्यगण/अपर जनपद न्यायाधीशगण, शिप्रा आर्य, कनिष्क सिंह, ज्ञानेंद्र त्रिपाठी (सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा) एवं न्यायिक दंडाधिकारी ज्योत्स्नामणि यदुवंशी द्वारा राजकीय किशोर संप्रेक्षण गृह, सिरौली, राजकीय बाल शिशु गृह, सदर; नारी निकेतन, कालिंदी बिहार तथा मानसिक चिकित्सालय, आगरा का बुधवार को निरीक्षण किया गया। मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में जनपद न्यायाधीश द्वारा चिकित्सकों व कर्मचारियों के 10 माह से वेतन न मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पत्राचार करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त भर्ती मरीजों की समस्याओं को भी सुना गया तथा निराकरण हेतु निदेशक एवं अधीक्षक को निर्देशित किया।
निरीक्षण के दौरान किशोर संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि ई-टेंडर के माध्यम से रोटी बनाने वाली मशीन का आर्डर दिया जा चुका है, जबकि सीवर की सफाई हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा एक टीम गठित की गई है, जो प्रत्येक 15 दिन पर सफाई करने आती है। जनपद न्यायाधीश द्वारा आसपास की साफ सफाई व मच्छर से बचाव हेतु खिड़कियों में जाली तथा कंप्यूटर प्रशिक्षक व चिकित्सक की व्यवस्था के संबंध में यथोचित निर्देश दिए गए। राजकीय शिशु गृह में मा0 जनपद न्यायाधीश द्वारा बच्चों को कपड़े, फल व चॉकलेट वितरित किए गए, साथ ही कुपोषण से बचाव हेतु यथोचित दिशा निर्देश दिए गए। नारी बंदी निकेतन में आवासित संवासिनियों के कढ़ाई-बुनाई के प्रशिक्षण हेतु तथा चिकित्सक की व्यवस्था हेतु दिशा निर्देश दिए गए।
मानसिक चिकित्सालय में पाकशाला में रोटी बनाने वाली मशीन के खराब होने पर, अधीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि उसके मरम्मत हेतु कार्यवाही की जा रही है, शीघ्र मरम्मत हो जाएगी।