Agra News: Janakpuri Mahotsav in Agra from 29 September to 1 October….#agranews
आगरालीक्स…आगरा में जनकपुरी महोत्सव 29 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक. श्रीराम बारात के स्वागत से लेकर सीता विदाई तक हर दिन खास परिधान में नजर आएंगे मिथिलावासी.
श्रीराम की बारात का स्वागत मिथिलावासी गुलाबी रंग की पोशाक में करेंगे। सभी घराती (श्रीजनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के पदाधिकारी व सदस्य) जनकपुरी महोत्सव के तीनों दिन समान रंग की पोशाक में अलग ही नजर आएंगे। सिया को ब्याहने आ रहे श्रीराम की बारात के लिए जनकपुरी में बेहद उत्साह है। घर-घर को सजाने से लेकर खुद संजने संबरने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। हर वर्ष से कुछ अलग करने का प्रयास है, जिससे कोठी मीना बाजार में सज रही जनकपुरी इस वर्ष कुछ खास रहे और कुछ अलग छाप छोड़कर जाए, जो यादगार रहे।
आयोजन समिति के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल व महामंत्री राहुल सागर ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी सदस्यों के परिधानों का नाम लेकर ड्रेस बनने के लिए भेजी जा चुकी हैं। जनकपुरी के पहले दिन 29 सितम्बर को सभी घराती गुलाबी रंग के कुर्ते के ऊपर सफेट जेकेट में बारात का स्वागत करेंगे। दूसरे दिन 30 सितम्बर को सभी जनकपुरीवासी सफेद कुर्ता पजामा पहनेंगे और वैदेही की विदाई के दिन 1 अक्टूबर को पीताम्बरी कुर्ता पहनेंगे।
हल्दी के दिन पीली और मेहंदी के दिन हरी पोशाक पहनेंगी मिथिला की महिलाएं
महिलाओं ने भी हर मंगल कार्य के अनुसार अलग-अलग ड्रेस पहनने की सूची तैयार कर ली है। श्रीजनकपुरी आयोजन समिति की संरक्षक मधु बघेल व अध्यक्ष प्रीति उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी महिलाएं हल्दी के दिन पीली और मेहंदी के दिन हरे रंग की पोशाक पहनेंगी। वहीं सीता जी की सखियों के लिए एक समान ड्रेस तैयार की गई है। सियाराम के विवाह को लेकर जनकपुरी की महिलाओं में काफी उत्साह है।
जनकपुरी को सजाने के साथ खुद भी सजने संवरने की तैयारियां चल रही हैं। आज माधवी मण्डल की सदस्याओं ने श्रीजनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के कार्यालय में आयोजित आरती में भाग लिया। जिसमें आयोजन समिति के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल, गौरव राजावत, राहुल चतुर्वेदी, हेमन्त भोजवानी, राहुल सागर, मुनेंद्र जादौन, बल्ले भाई, अनुराग उपाध्याय, राजीव शर्मा के साथ उषा बंसल, आभा जैन, पुष्पा अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, रजनी गोयल, शिल्पी अग्रवाल, उषा मित्तल, माधवी अग्रवाल, मधु गोयल, वंदना अग्रवाल आदि उपस्थित थीं।