Agra News: Minister Asim Arun sought information on the shoe market set up 10 years ago in Agra…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में 10 साल पहले बनाई गई जूता मंडी में अभी भी 149 क्लस्टर एवं 22 गोदाम खाली हैं. इसका कारण क्या? मंत्री ने मांगी जानकारी तो मिला ये जवाब…
आगरा में 10 साल पहले बनाई गई जूता मंडी अभी भी ठीक से संचालित नहीं हो पा रही है। जूता कारोबारियों के अनुसार जूता मंडी की जिस उद्देश्य से स्थापना की गई थी, वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा। जब इसकी जानकारी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण असीम अरुण ने मांगी तो संयुक्त सचिव आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में जूता मंडी में 149 क्लस्टर एवं 22 गोदाम रिक्त हैं, जूता मंडी का निर्माण कार्य 10 वर्ष पूर्व हुआ था, जिस पर मंत्री ने इसको सही तरीके से संचालित कराने पर विचार करके कार्य योजना बनाकर प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए।
बुधवार को राज्यमंत्री असीम अरुण की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में चमड़ा एवं जूता उद्योग से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक का उद्देश्य चमड़ा एवं जूता उद्योग से जुड़े स्थानीय नागरिकों, समूहों के द्वारा दिये गये सुझावों एवं शिकायतों के सम्बन्ध में कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन सुनिश्चित करना था। बैठक में चमड़ा एवं जूता उद्योग से जुड़े स्थानीय नागरिकों समूहों के माध्यम से प्राप्त सुझाव एवं शिकायतों पर विचार विमर्श किया गया, जिसमें चर्म कला बोर्ड के गठन की मांग के विषय पर संयुक्त आयुक्त उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र आगरा द्वारा अवगत कराया गया कि चर्म कला बोर्ड के गठन हेतु प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है, इस संबंध में जनपद स्तर से कार्यवाही न होकर, बोर्ड का गठन हेतु शासन स्तर पर कार्यवाही अपेक्षित है।

बैठक में उद्योग से जुड़े स्थानीय नागरिकों, समूहों के द्वारा एलएएमसीओ राज्य स्तर की इस अंडर टेकिंग पब्लिक सेक्टर कम्पनी को पुनर्जीवित करने हेतु सुझाव रखा गया, जिस पर मंत्री ने सम्बन्धित को कार्य मे प्रगति लाने के निर्देश दिए। बैठक में चर्म उद्योग से जुड़े स्थानीय नागरिकों, समूहों के द्वारा बताया गया कि 10 वर्ष पूर्व आगरा में बनायी गयी जूता मण्डी समुचित रूप से संचालित नहीं हो रही तथा जिस उद्देश्य से स्थापना की गई थी, वह उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा, जिस पर संयुक्त सचिव आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में जूता मंडी में 149 क्लस्टर एवं 22 गोदाम रिक्त हैं, जूता मंडी का निर्माण कार्य 10 वर्ष पूर्व हुआ था, जिस पर मंत्री ने इसको सही तरीके से संचालित कराने पर विचार करके कार्य योजना बनाकर प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए।
बैठक में कौशल विकास कार्यक्रम के तहत जूता उद्योग से जुड़े उद्यमियों को प्रशिक्षण आदि के सम्बन्ध में विचार किये जाने का सुझाव दिया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि जिला समन्वयक जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत जूता उद्योग से जुड़े उद्यमियों को प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाए जाने की आवश्यकता है एवं उद्योग के अनुरूप प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार, एडीए सचिव, गरिमा सिंह, उप निदेशक समाज कल्याण आनन्द कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, सहायक श्रमायुक्त पल्लवी अग्रवाल एवं महामंत्री, रूप सिंह सोनी सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।