Agra News: More than 3 thousand visitors arrived at the B-to-B jewelery exhibition on the first day…#agranews
आगरालीक्स….आगरा में चांदी के जूते, चप्पल और बैग्स. एग्जीबिशन में 92 ब्रांड्स एक साथ. तीन हजार से अधिक विजिटर पहुंचे
ताजनगरी में दूसरी बार बी-टू-बी ज्वैलरी प्रदर्शनी का सफल आयोजन बता रहा है कि उप्र विकास कर रहा है। कुछ वर्ष पहले तक उप्र के किसी शहर में चांदी सोने की प्रदर्शनी के आयोजन की कल्पना भी करना भी मुश्किल था। आगरा सर्राफा एसोसिएशन व ऑल डिया ज्वैलर्स एक्सपो की तीन दिवसीय बी-टू-बी ज्वैलरी प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर यह बात मुख्य अतिथि विजय शिवहरे (एमएलसी) ने कही। प्रदर्शनी का शुभारम्भ उन्होंने फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कहा कि एशिया की सबसे बड़ी चांदी की मंडी में आज ज्वैलरी के मैन्यूफैक्चरर, थोक व खुदरा व्यापारी एक मंच पर एकत्र हुए। जिससे व्यापार में विकास के साथ शहर का भी विकास होगा।

अतिथियों का स्वागत करते हुए आगरा सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने एसोसिएशन की ओर से सरकार से चांदी के उत्पादों को ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट) में शामिल करने की मांग रखी। साथ ही आगरा में सीएफटी (कॉमन फैसिलिटी सेन्टर) की मांग की, जिससे कच्चे माल की आपूर्ति, नई तकनीक व ट्रेनिंग सेन्टर तैयार कर चांदी के व्यापार को और विकसित कर संगठित व सुदृण रूप से खड़ा किया जा कहे। प्रदर्शनी में विधायक जीएस धर्मेश जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, मथुरा के मेयर विनोद ग्रवाल प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे और आयोजकों को प्रदर्शनी की सफलता के लिए बधाई दीं। संचालन महामंत्री अशोक अग्रवाल व धन्यवाद मयंक अग्रवाल। बृजमोहन रैपुरिया, मनीष मौर्य, धनकुमार जैन, मनोज वर्मा, राम भाई मंगल सिंह धाकड़. राजेश मित्तल, अंकुर गोयल, असोक अम्बा, मयंक जैन, संजय वर्मा आदि उपस्थित थे।

पहले दिन पहुंचे तीन हजार से अधिक विजिटर
बी-टू-बी ज्वैलरी प्रदर्शनी में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी 92 स्टॉल लगी हैं। जिसमें मुख्ययः उप्र सहित दिल्ली, मुम्बई, अहमदाबाद, दिल्ली, राजकोट, हैदराबाद, कर्नाटक आदि… के मैन्यूफैक्चरर है। प्रदर्शनी में पहले दिन 3 हजार से अधिक विजिटर (हरियामा, पंचाब, उप्र, मप्र, राजस्थान, दिल्ला, मुम्बई आदि से) पहुंचे। 11 सितम्बर को प्रदर्शनी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। 12 सितम्बर को शाम 6 बजे समापन समारोह का आयोजन कया जाएगा।
