आगरालीक्स…आगरा के प्राचीन कैलाश मंदिर यमुना घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ मां यमुना का अभिषेक
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां यमुना का अभिषेक किया गया। इस दौरान प्राचीन कैलाश मंदिर महंत अमन गिरी,महंत सागर गिरी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य मां यमुना का अभिषेक किया गया।वहीं इसके बाद मां यमुना के भक्तों ने मां की पूजा-अर्चना आरती की।मां यमुना का अभिषेक और पूजन-अर्चन के बाद उनकी भव्य आरती की गयी। उत्तराखंड के यमुनोत्री धाम से निकलकर मां यमुना प्रयागराज में संगम में जाकर मिल जाती हैं। मां यमुना की उत्पत्ति का स्थान हिमालय के हिमाच्छादित श्रंग बन्दरपुच्छ उत्तर पश्चिम में स्थित कालिंदी पर्वत है। जिसके नाम से यमुना को कालिंदी नदी भी कहा जाता है।

श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी संस्थापक अध्यक्ष डॉ मदन मोहन शर्मा ने कहा कि हम यमुना आरती को विश्व में अलग स्थान दिलाना चाहते हैं।देश में काशी,हरिद्वार और अन्य तीर्थ स्थानों पर जाने के बाद व्यक्ति रात में गंगा की भव्य आरती देखने के लिए रुकता है। हम चाहते हैं कि लोग जानें कि देश में गंगा ही नहीं,यमुना भी हैं और वहां की भव्य आरती भी मंत्रमुग्ध करती है।इस आरती के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य ही सामजिक समरसता बनाए रखना और समन्वय की भावना से यमुना नदी को स्वच्छ बनाना है। बेजुबान पशु पक्षियों के लिए कुंडली पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्ष भेंट किया गया प्रमुख रूप नकुल सारस्वत,अरुण श्रीवास्तव,रमन शर्मा,अमित,पावनी,आरोही,अंतरा कौल,पिंकी कौल,रानी,आदि मौजूद रहे