आगरालीक्स…आगरा में गली के सामने आ रहा था मेट्रो का पिलर. डिजाइन में किया गया बदलाव और अब ऐसे गली के लोगों को मिलेगा रास्ता. आगरा मेट्रो में रखा जा रहा लोगों की सहूलियत का ध्यान. मंदिर के लिए भी बदला डिजाइन #agra #agranews #agrametro #metroinagra #agrametroproject #metroproject #upmetro #upmrc
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटिड के प्रबंध निदेशक कुमार केशव हमेशा ही शहरवासियों को यह भरोसा दिलाते रहे हैं कि लोगों की सहूलियत का ध्यान रखते हुए आगरा मेट्रो का निर्माण किया जाएगा। इसी का प्रमाण है कि यूपी मेट्रो टीम ने प्रायोरिटी कॉरिडोर में गली के सामने आ रहे पिलर को दो हिस्सों में बांटकर रास्ता देने व डिपो लाइन में स्थित मंदिर को बचाने के लिए डिजाइन करने जैसे फैसले लेकर जनहित को सर्वोपरि रखा है। इसके लिए बीते दिनों आगरा आए यूरोपियन इनवेस्टमेंट बैंक के उपाध्यक्ष एवं उनकी टीम ने भी आगरा मेट्रो की सराहना की।
यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव के अनुसार यूपीएमआरसी द्वारा मेट्रो निर्माण में आम जनता की सहूलियत के साथ उनके परामर्श पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है, यही वजह है कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को शहरवासियों का सहयोग मिलता रहा है। श्री कुमार केशव ने बताया कि यूपीएमआरसी ने लखनऊ और कानपुर में भी संरचना में बदलाव कर लोगों की सहूलियत को अहमियत दी है। इसके लिए विभिन्न मौकों पर यूपीएमआरसी की सराहना भी हुई है।
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बता दें कि अग्रसेन चौक के पास डिपो लाइन में एक पियर (पिलर) वहां स्थित गली के ठीक सामने आ रहा था, यदि वहां पियर का निर्माण किया जाता तो वह गली पूरी तरह से बंद हो जाती। लेकिन यहां यूपी मेट्रो के अधिकारियों ने सूझबूझ के साथ जनहित को ध्यान में रखते हुए पिलर को दो भाग में बांट कर न सिर्फ स्थानीय लोगों की रास्ता दिया बल्कि वहां मौजूद व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी बचाया।
डिपो लाइन में मंदिर बचाने के लिए किया डिजाइन में बदलाव
पीएसी परिसर में आगरा मेट्रो के विश्वस्तरीय डिपो का निर्माण किया जा रहा है। यहां डिपो लाइन के रैंप के पास पीएसी का मंदिर स्थित है। पूर्व में यह मंदिर डिपो लाइन के अलाइनमेंट के बीच में आ रहा था। इसके बाद यूपी मेट्रो द्वारा डिपो लाइन के डिजाइन में बदलाव कर मंदिर को बचाया गया। इसके साथ ही यूपी मेट्रो ने अन्य कई मौके पर लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखकर निर्माण कार्य किए हैं, जिसमें यूपी मेट्रो द्वारा मुगल पुलिया के पास स्थित टोरंट पावर के ट्रांसफॉर्मर को बचाने के लिए पाइलकैप में किया गया बदलाव शामिल हैं।
गौरतलब है कि ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो का निर्माण किया जाएगा।