आगरालीक्स…आगरा में कवि एवं विचारक विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल की भक्ति रचनाओं का हुआ पाठ. स्मृति दिवस पर साहित्य के प्रति उनके कार्यों पर हुई चर्चा
दयाल का साहित्य आज के परिवेश में ज्यादा प्रासंगिक
कवि एवं विचारक रहे श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल का साहित्य नवभारत की सोच और विकसित भारत की परिकल्पना है। यह बात वक्ताओं ने साहित्यकार श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल के षठ्म पवित्र (स्मरण) दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने इस मौके पर श्री दयाल के साहित्य के साथ उनके कार्यों पर चर्चा की।श्री अरविंद शिक्षण संस्थान और श्री अरविंद सोसायटी द्वारा संस्था के कार्यालय पथवारी बेलनगंज पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ डा. रेखा कक्कड़ ने श्री मां, श्री अरविंद और श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल के चित्रों के आगे दीप प्रज्जवलित कर किया।
भक्ति रचनाओं का किया पाठ
डा. रेखा कक्कड़, नीरू शर्मा आदि ने श्री दयाल की भक्ति रचनाओं का पाठ किया। कार्यक्रम संयोजक पवित्रा अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया। संचालन संजय अग्रवाल ने किया। इस मौके पर पुष्पा अग्रवाल, रीना अग्रवाल, अंबुज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।