आगरालीक्स ….आगरा में नया रिकॉर्ड बना, 90 दिन से गर्मी से नहीं मिली राहत, बुजुर्गों की जुबानी, उफ ऐसी गर्मी पहले कभी नहीं देखी।
आगरा में नया रिकॉर्ड बन गया है। पिछले 90 दिनों से लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली है ऐसा नहीं है कि पहले गर्मी नहीं पड़ती थी या पारा 40 डिग्री के पार नहीं पहुंचता था। मगर, लगातार गर्मी नहीं पड़ती थी, पारा बढ़ने के साथ ही आंधी, बारिश और ओले पड़ने लगते थे। इससे तापमान में गिरावट आ जाती थी। मगर, इस बार ऐसा नहीं हुआ है, आंधी और बारिश भी नहीं आई। हल्की बूंदाबांदी हुई लेकिन उससे जमीन की गर्मी भी शांत नहीं हो सकी। ( Scorching heat continue in Agra from Last 90 days, Agraites speak out )
तप रही जमीन, 49 डिग्री तक पहुंचा पारा
आगरा में 2024 में 49 डिग्री तक तापमान पहुंच चुका है। मार्च में जहां अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा तो वहीं अप्रैल में 40 डिग्री सेल्सियस तक रहा। मई में गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाया. हाल ये रहा कि इस महीने आगरावासियों ने 49 डिग्री सेल्सियस की गर्मी को झेला है। जून महीना भी आधा हो गया है लेकिन गर्मी का प्रकोप कम नहीं हुआ है। अभी भी तापमान लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के करीब बना हुआ है।
इस बार नहीं बदला मौसम
आमतौर पर देखा जाता है कि मार्च से मई माह तक बीच—बीच में आंधी तूफान या फिर बारिश हो जाती थी जिसके कारण तापमान में कुछ कमी आती थी. लेकिन इस बार तापमान ने मार्च के महीने से जो हाई होना शुरू किया है वह अब जून महीने तक भी कम नहीं हुआ है. लगातार तापमान बढ़ता ही रहा है. पिछले लगभग 45 दिन से तो आगरा का तापमान 43 से 49 डिग्री सेल्सियस के बीच ही बना हुआ है. जून माह में भी तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.
लोगों में अब गर्मी बर्दाश्त करने कीक्षमता कम हुईः शलभ
आगरा के वरिष्ठ गीतकार एवं कवि शलभ भारती शलभ का कहना है कि गर्मी पहले भी पड़ती लेकिन इस बार गर्मी लंबे अर्से बाद पड़ी है। पहले लोगों में गर्मी को बर्दाश्त करने की क्षमता काफी थी। अब गर्मी भी कम बर्दाश्त होती है। पहले संसाधन कम थे लेकिन पेड़ काफी थे, जिससे गर्मी कम रहती थी। लोग छतों पर सोते थे। अब पेड़ों की कमी और एसी के बढ़ते चलन से गर्मी में इजाफा हुआ है।