आगरालीक्स…खाना खाते समय टीवी और मोबाइल से दूर रहेंगे तो भोजन का टेस्ट आनंद से पाएंगे. मन पर होता है आहार का भी असर…आगरा में फूड फॉर मेंटल हेल्थ पर विशेषज्ञों ने दी अहम जानकारियां
शहर के लोगों मानसिक रूप से स्वास्थ्य और दृढ़ बनाने की दिशा में फीलिंग्स माइंड्स संस्था द्वारा पहली बार आयोजित किये गए मेंटल हेल्थ कार्निवल के छठवें दिन फूड फॉर मेंटल हेल्थ पर कार्यशाला संपन्न हुयी। विमल विहार, बोदला− सिकंदरा रोड स्थित फीलिंग्स माइंड्स संस्था के कार्यालय पर चल रहे मेंटल हेल्थ कार्निवल का शुक्रवार को शुभारंभ मुख्य अतिथि मनप्रीति छाबा, विशिष्ट अतिथि डायटिशियन रचना अग्रवाल, मुख्य वक्ता आकृति सेठी और संस्था की संस्थापक और अंतर्राष्ट्रीय मनोवैज्ञानिक डॉ चीनू अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया।कार्यशाला को संबोधित करते हुए आकृति सेठी ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आहार की भूमिका महत्वपूर्ण है। ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन बी 6 युक्त आहार, हरी पत्तेदार सब्जियां, अश्वगंधा, ग्रीन टी जैसे आहार आपको खुश और मानसिक स्वस्थ रखने में सबसे ज्यादा सहायक होते हैं। इसके साथ ही भाेजन के हर स्वाद का आनंद भाेजन की गुणवत्ता के साथ मानसिक गुणवत्ता को भी बढ़ाता है। डॉ चीनू अग्रवाल ने बताया कि बचपन से बच्चों को शारीरिक रूप से बलिष्ठ बनाने पर जोर दिया जाता है, जबकि भाेजन मानसिक रूप से भी बलिष्ठ बनाने वाला भी होना चाहिए।
डायटिशियन रचना अग्रवाल ने बताया कि भाेजन में स्वयं का भी अपना स्वाद होता है। यदि व्यक्ति माइंडफुल इटिंग करता है यानि भाेजन करते समय ध्यानपूर्वक खाने से ओवरइटिंग और भावनात्मक खाने की प्रवृत्ति कम होती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। कार्यशाला में जोर देकर विशेषज्ञों ने कहा कि भाेजन करते समय टीवी और मोबाइल से दूर रहें ताकि भाेजन को उसके स्वाद के आनंद के साथ ग्रहण करें।कार्यशाला के दूसरे सत्र में शराची संस्था का शुभारंभ भी किया। सह संस्थापक डॉ रविंद्र अग्रवाल ने बताया फीलिंग्स माइंड्स से जुड़ी संस्था के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के लिए खानपान के महत्व का प्रचार किया जाएगा। साथ ही धर्मगुरु अरविंदो के दर्शन पर आधारित फूलों का व्यवहार पर प्रभाव का असर, इस पर भी लोगों को जानकारियां दी जाएंगी और उनकी मानसिक चिकित्सा की जाएगी। कार्यशाला का समापन उपस्थित प्रतिभागियों को भाेजन द्वारा मानसिक व्यायाम करवाकर हुआ। शनिवार को कहानियों का मानसिक स्वास्थ्य पर असर विषय पर सुबह 11 बजे से कार्यशाला होगी। जिसके मुख्य वक्ता शैलेश जिंदल और रुपाली चरण होंगे।