Agra Tourism: Know the tickets and rules including Taj Mahal opening and closing times…#agranews
आगरालीक्स…आगरा का मौसम खुशनुमा है. ताजमहल घूमना चाहते हैं तो जानें ताजमहल के खुलने और बंद होने की टाइमिंग, टिकट, नियम सहित पूरी जानकारी
आगरा में इस समय मौसम सुहाना है. बादलों के साये में घूमने का मजा ही कुछ और है. कल संडे है और छुट्टी का दिन है. ऐसे में अपने फैमिली मेंबर्स और दोस्तों के साथ आप ताजमहल घूमने का प्लान बना सकते हैं. ताजमहल के साये में आप खूबसूरत पलों को संजोकर रख सकते हैं.
इस समय ताजमहल के खुलने और बंद होने की टाइमिंग
ताजमहल सूर्योदय पर खुलता है और सूर्यास्त पर बंद कर दिया जाता है. इस समय सूर्योदय का समय सुबह 5 बजकर 47 मिनट है जबकि शाम 7 बजे सूर्यास्त का समय है. गेट खुलने से आधा घंटा पहले ही टिकट काउंटर खोल दिए जाते हैं.
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ताजमहल पर टिकट
ताजमहल पर आम पर्यटकों की एंट्री टिकट 50 रुपये है तो वही विदेशियों की टिकट दर 1100 रुपये है. वहीं आम पर्यटकों के लिए ताजमहल के गुम्बद पर जाने के लिए अलग से 200 रुपये का टिकट लेना होता है.
ताजमहल पर नियम
ताजमहल विश्व धरोहर स्मारक है. ऐसे में इसकी सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है. हर ओर से ताजमहल पर सुरक्षा की जाती है. ताजमहल के अंदर गंदगी फैलाने पर जुर्माना लगाया जा सकता है. इस समय ताजमहल के मुख्य गुंबद पर जाने के लिए टूरिस्ट बोतल नहीं ले जा सकते हैं. हालांकि प्यासा लगने पर सुरक्षाकर्मियों के द्वारा पानी उपलब्ध कराया जाता है.
जानें ताजमहल के बारे में
ताज महल को 1983 में “भारत में मुस्लिम कला का गहना और दुनिया की विरासत की सार्वभौमिक रूप से प्रशंसित उत्कृष्ट कृतियों में से एक” होने के कारण यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया था. नोबेल पुरस्कार विजेता रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा इसे “समय के गाल पर आंसू की बूंद” के रूप में वर्णित किया गया है, इसे कई लोग मुगल वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण और भारत के समृद्ध इतिहास का प्रतीक मानते हैं. ताज महल प्रति वर्ष 7-8 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित करता है. 2007 में, इसे विश्व के नए 7 अजूबों (2000-2007) पहल का विजेता घोषित किया गया.
मकबरे का निर्माण अनिवार्य रूप से 1643 में पूरा हो गया था लेकिन परियोजना के अन्य चरणों पर अगले 10 वर्षों तक काम जारी रहा. ऐसा माना जाता है कि ताज महल परिसर पूरी तरह से 1653 में पूरा हुआ था, उस समय अनुमानित लागत लगभग 32 मिलियन रुपये थी, जो 2015 में लगभग 52.8 बिलियन रुपये (यूएस $ 827 मिलियन) होगी. निर्माण परियोजना में सम्राट के दरबारी वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी के नेतृत्व में वास्तुकारों के एक बोर्ड के मार्गदर्शन में लगभग 20,000 कारीगरों को नियुक्त किया गया था.