Along with children, teachers were also seen in glasses# agranews
आगरालीक्स…आगरा में स्कूल पहुंचे कई बच्चे हुए चश्मिश…बोले—अरे हमारी तो टीचर को भी लग गया चश्मा. आनलाइन एजुकेशन का दिखा असर. डॉक्टर्स बोले—स्कूल खुलने से राहत मिलेगी
स्कूलों में चर्चाएं
शासन से हरी झंडी मिलने के बाद आगरा में दस फरवरी से कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल खुल चुके हैं. लेकिन स्कूल पहुंचे बच्चों और टीचर्स में आनलाइन पढ़ाई का असर साफ—साफ देखने को मिल रहा है. आनलाइन पढ़ाई के कारण कई बच्चों के चश्मा तक लग चुका हैं. ऐसे में जब उनके दोस्तों ने उन्हें देखा तो चश्मा लगने का कारण पूछने लगे. यही नहीं बच्चों ने अपनी कई टीचर्स को भी चश्मा लगा हुआ देखा है, जो कि पहले बिना चश्मों के ही आया करती थीं. ऐसे में आजकल स्कूलों में सबसे अधिक चर्चा इसी बात को लेकर हो रही है.
डॉक्टर्स बोले—स्कूल खुलने से मिलेगी राहत
आगरा के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ नेहा लवानिया का कहना है कि बच्चों में आनलाइन पढ़ाई का असर काफी देखा गया है. हाल के समय में लैपटॉप, कम्प्यूटर, मोबाइल का प्रयोग बच्चों में ज्यादा देखा गया है जिसके कारण ये समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. ध्यान लगाने में समय लगता है, सिर में दर्द होता है और आंखें दूखती हैं. इसके कारण छोटे—छोटे बच्चों को चश्मा लगाने की जरूरत पड़ रही है. ये टीचर्स और बच्चों दोनों के साथ में हो रहा है. इसके कारण उन्हें चश्मा लगाना पड़ रहा है. डॉ. नेहा का कहना है कि अब जब स्कूल खुल चुके हैं तो जाहिर है बच्चों की स्क्रनिग टाइमिंग कम होगी और उनका ज्यादा वर्क स्कूल में ही होगा. आनलाइन पढ़ाई के समय स्क्रीन टाइमिंग तीन गुना तक बढ़ गई थी, जो अब कम हो जाएगी. इससे बच्चों के साथ—साथ टीचर्स को भी राहत मिलेगी.