आगरालीक्स …आगरा में तीन जूता कारोबारी पर आयकर विभाग की कार्रवाई के 44 घंटे, घर दीवार, जूतों के डिब्बे, डबल बेड में मिले 500 -500 के नोटों के बंडल, आज बैंक में जमा होगा कैश, पहले थी आटा चक्की, घर में जहां हाथ डाला वहीं मिला कैश। ( Cash expected Rs 100 crore in I-T Raid on Shoe Traders in Agra)
आगरा में आयकर विभाग की इन्वेस्टीशेन ब्रांच की 80 अधिकारियों और कर्मचारियों ने टीम ने शनिवार सुबह 11 बजे तीन जूता कारोबारियों पर छापे मारे। संयुक्त निदेशक जांच डॉ. अमरजोत के नेत्रत्व में टीम ने हींग की मंडी स्थित हरिमिलाप ट्रेडर्स, एमजी रोड स्थित बीके शूज और उनके ही परिवार के ढाकरान स्थित मंशु फुटवियर के प्रतिष्ठान और घरों पर जांच शुरू की। टीम को जयपुर हाउस स्थित हरिमिलाप ट्रेडर्स के प्रोपराइटर रामनाथ डंग के जयपुर हाउस स्थित आवास में डबल बेड, कमरों में रखे बैग, अलमारी में 500 500 के नोटों के बंडल मिले, यह भी बताया जा रहा है कि दीवारों से भी 500 के नोटों के बंडल मिले हैं। रविवार रात 12 बजे तक 56 करोड़ के कैश की गिनती हो चुकी थी। ( Cash found in walls, Bag, Shoe box, counting continue after 44 hours)
44 घंटे बाद भी कार्रवाई जारी
आयकर विभाग की टीम ने शनिवार 11 बजे एक साथ तीन जूता कारोबारियों पर छापे मारे थे, सोमवार सुबह सात बजे तक आयकर विभाग की टीम की कार्रवाई जारी रही। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुबह तक 60 करोड़ से अधिक के 500 के नोट के बंडलों की गिनती हो चुकी है, नकदी 100 करोड़ तक पहुंच सकती है। टीम ने हरिमिलाप के प्रोपराइटर रामनाथ डंग के गोविंद नगर सिथत आवास पर भी कार्रवाई की, यहां जूतों के डिब्बों में 500 के बंडल मिले हैं। बैंक के कर्मचारी बुलाए, आज बैंक में जमा होगा कैश करोड़ों का कैश मिलने पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने मशीनों के माध्यम से गिनती शुरू की, शनिवार को नोटों की गिनती बहुत धीमी गति से की गई। रविवार को बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों को भी बुला लिया गया। नोटों की संख्या अधिक होने पर कई बार मशीनें भी बंद हुई। जो भी नकदी मिल चुकी है उसे सोमवार को आयकर विभाग द्वारा बैंक में जमा कराया जाएगा।
एक ही तरह के 500 के बंडल
आयकर विभाग के अधिकारी और कर्मचारी हैरान हैं, छापे में एक ही तरह के 500 के नोटों के बंडल मिले हैं। इसके साथ ही मंशु फुटवियर और बीके शूज के यहां भी नकदी मिली है। टीम ने दोनों कारोबारियों से नोटों का स्रोत पूछा है।
बाजार में चर्चा, आटा चक्की से जूता कारोबार और पर्चियों का खेल
हरिमिलाप ट्रेडर्स के रामनाथ डंंग की आटा चक्की थी, इसके बाद जूता कारोबार में हाथ आजमाया और यहां पर्चियों का काम शुरू कर दिया। जो भी जूता कारोबारी अपना माल सप्लाई करता है उसके एवज में माल खरीदने वाला कारोबारी पर्ची दे देता है इसमें माल की कीमत के साथ ही जब कैश दिया जाना है उसकी तिथि भी दर्ज होती है। मार्केट में कैश की कमी होने के बाद तीन से चार महीने बाद भी तिथि दर्ज होती है लेकिन जिसने माल दिया है उसे कैश चाहिए जिससे वह रॉ मेटेरियल खरीद कर दूसरा आर्डर का काम शुरू कर सके। इसके लिए जिन लोगों पर कैश होता है उन्हें अपनी पर्ची बेच देते हैं, उन्हें एक रुपये से लेकर 40 पैसे तक प्रति सैकड़ा देने पड़ते हैं इससे पर्चियों का काम करने वालों के पास कैश लेन देन बढ़ने लगता है और मोटी कमाई होती है जिसका कहीं लेखा जोखा नहीं होता है।
आयकर विभाग के टीम ने इन पर मारा छापा
हरमिलाप ट्रेडर्स -हींग की मंडी, जयपुर हाउस के आलोक नगर स्थित आवास प्रोपराइटर रामनाथ डंग और संजीव डंग बीके शूज, सुभाष पार्क, एमजी रोड- प्रोपराइटर सूर्य नगर निवासी सुभाष मिड्डा और अशोक मिड्डा मंशु शूज, ढाकरान,– प्रोपराइटर शंकर ग्रीन्स ताजनगरी फेज टू के रहने वाले हरदीप मिड्डा