Changing trend of food in weddings. Now there is demand for continental and Mexican food along with traditional dishes…#agranews
आगरालीक्स…शादियों में बदल रहा खानपान का ट्रेंड. मेन्यू में अब पारंपरिक व्यंजन के साथ कान्टिनेंटल और मैक्सिकन फूड की डिमांड. जानिए क्या—क्या हो रहा है इस बार खास
शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है. शादियों में एक ओर जहां सजावट, आउटफिट और लोकेशन जितनी अहमियत रखती है, उतना ही महत्वपूर्ण भूमिका मेहमानों को परोसे जाने वाले भोजन की भी होती है. बदलते समय के साथ शादियों का मेन्यू भी नए—नए बदलावों के साथ बदल रहा है. आगरा के कैटरर्स ने अब फ्यूजन फूड जैसे कार्न भेल और फ्रूट सलाद के साथ ही साथ पिज्जा, बगैर, वाइट रेड सास पास्ता आदि कई तरह के वेस्टर्न व्यंजन भी परोस रहे हैं. आगरा के सोबती चाट फैक्टरी के संचालक सनी सोबती ने बताया कि शहरवासियों ने नए और रोचक आइटमों को मेन्यू का हिस्सा बना लिया है. चाट के काउंटर भी बढ़े हैं इनमें इटैलियन और मैक्सिकन चाट के काउंटर भी लग रहे हैं.
पंजाबी और राजस्थानी व्यंजन भी होने लगे शामिल
आगरा की शादियों में अब पंजाबी और राजस्थानी व्यंजन भी शामिल होने लगे हैं. सरसों का साग और मक्के की रोटी के साथ अब दाल चूरमा भी मेनू में शामिल किया जा रहा है. इस बदलाव के चलते कैटरिंग सेवाओं में नए तरह के व्यंजन तैयार करने का रुझान भी बढ़ा है.
माकटेल्स का काउंटर भी बढ़ा
आजकल शादियों में मॉकटेल का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ा है. शादी के आयोजनों में अलग से मॉकटेल्स काउंटर लगाए जा रहे हैं. जहां ब्लू बेरी, लेमन सोड़ा, क्रेन बेरी आदि तरह के मॉकटेल्स परोसे जाते हैं. दो या अधिक पेय पदार्थों के मिश्रण से तैयार किए जाने वाले मॉकटेल ड्रिंक्स सामान्य कोल्ड ड्रिंक्स से अलग और खास स्वाद देते हैं जिसे लोग बड़े चाव से पीना पसंद करते हैं.
कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि मौजूदा समय में लोग खाने का सामान लाने और उसे तैयार कराने में अपना कीमती समय बर्बाद करने से बच रहे हैं. अब लोग शादियों में खुलकर मजे करना और क्वालिटी टाइम फेमिली के साथ बिताना पसंद कर रहे हैं. इन सब कारणों के चलते प्लेट सिस्टम की डिमांड बढ़ी है. मौजूदा समय में शहर में विभिन्न कैटरिंग सर्विस 500 से 5000 रुपये तक प्लेट तक के चार्ज कर रहे हैं.
कैटरर्सका कहना है कि आजकल लोग शादियों में खाने के लिए नए और अनोखे व्यंजनों की तलाश में हैं, ताकि मेहमानों को एक अलग अनुभव मिल सके. शादियों के आयोजनों में शहरवासी खानपान पर खर्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.