Corona update: New instructions for Covid control issued in the state including Agra..read here
आगरालीक्स…आगरा सहित प्रदेश में अब कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग यानी एक केस मिलने पर 30 लोगों की जांच. आफिस—फैक्ट्री में 50 प्रतिशत ही कर्मचारी. यूपी सरकार ने किए नये दिशा निर्देश. पढ़ें
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर चिंता जाहिर की है और इस संबंध में लखनऊ, प्रयागराज और वाराणसी में बैठक कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं. शुक्रवार को योगी सरकार ने अधिकारियों को ये दिए निर्देश
- जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्साधिकारी एवं मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रतिदिन सुबह-शाम बैठक कर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें:
- अस्पतालों में CCTV कैमरा स्थापित किया जाए, साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सीनियर डॉक्टर्स निरन्तर राउंड लें:
- कोविड-19 का प्रसार तेजी से हो रहा है, ऐसे में हेल्थ वर्कर्स सावधानी के साथ कार्य करें ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव कर सकें:
- कोविड एवं नॉन कोविड मरीजों के लिए अलग-अलग एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए:
- कन्टेनमेंट जोन में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए। पुलिस के साथ-साथ होमगॉर्ड/PRD/NCC इत्यादि को एनफोर्समेंट के लिए जोड़ा जाए:
- कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक करने हेतु पब्लिक एड्रेस सिस्टम का पूरा उपयोग किया जाए। कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन हेतु चालान का कार्य सद्भावनापूर्ण रूप से करें:
- 11 से 14 अप्रैल के बीच में ‘टीका उत्सव’ का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। कोविड-19 की कुल टेस्टिंग में कम से कम 60% टेस्ट RT-PCR के माध्यम से सुनिश्चित किए जाएं। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए:
- कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रहे। L-2 तथा L-3 श्रेणी के कोविड चिकित्सालयों में वेन्टिलेटर्स तथा हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एच.एफ.एन.सी.) की व्यवस्था अवश्य रहे:
- जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, मुरादाबाद तथा सहारनपुर में प्राथमिकता के आधार पर लक्षित आयु वर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण किया जाए
- जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी तथा कानपुर नगर के सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों में एक दिन में 50 प्रतिशत कर्मी ही आएं, इस सम्बन्ध में रोस्टर बनाकर व्यवस्था लागू की जाए:
- कोविड-19 टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। प्रतिदिन 02 लाख कोरोना टेस्ट किए जाएं। कुल टेस्ट में 01 लाख टेस्ट RT-PCR विधि से अवश्य किए जाएं:
- ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का कार्य अभियान चलाकर किया जाए। इससे कोरोना के साथ-साथ डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी:
- रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तथा हवाई अड्डों पर लोगों की इन्फ्रारेड थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर के माध्यम से स्क्रीनिंग के साथ-साथ आवश्यकतानुसार रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से जांच की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए:
- कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। प्रत्येक कोरोना केस के लिए औसतन 30 लोगों की ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाए: