30 नवंबर को नगला बूढी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में मोटर लगाने उतरे एक के बाद एक जेई अंकित सिकरवार सहित सोनू, किरन और दीपक बेहोश हो गए थे। उन्हें आधे घंटे बाद प्लांट से बाहर निकाला जा सका था। अंकित, सोनू और किरन की मौत हो गई, जबकि दिलीप का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अंकित की पत्नी शशि का आरोप है कि ठेकदार निखिल खन्ना, लक्ष्मी एंटरप्राइजेज, उसके पार्टनर अमीन खान और निरोत्तम रावत ने अंकित और सफाई कर्मचारियों पर प्लांट में उतरने का दबाव बनाया था। वे प्लांट में उतरे और बेहोश हो गए, इस पर निखिल खन्ना और अमीन खान भागने लगे, उन्हें पकडा तो हाथ में डंडा मारकर भाग गए। इस मामले में थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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