Delhi Drug department search at Madhav Drug House Agra after Telma AM sample fail #agranews
आगरालीक्स….आगरा में दिल्ली की ड्रग डिपार्टमेंट टीम की माधव ड्रग हाउस पर कार्रवाई, ह्रदय रोगियों को दी जाने वाली दवा के नकली होने पर जब्त किया रिकॉर्ड
जांच में फेल पाए गए सैंपल
ड्रग इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा ने बताया कि दिल्ली के ड्रग इंस्पेक्टर ने दिल्ली के मेडिकल स्टोर से ह्रदय रोगियों को दी जाने वाली टेल्मा एएम बैच नंबर 05201874 के सैंपल लिए थे, ये सैंपल जांच में फेल पाए गए, इस दवा को आगरा के माधव ड्रग हाउस से खरीदा गया था, इस मामले में जांच के लिए शुक्रवार को माधव ड्रग हाउस पर दिल्ली के ड्रग इंस्पेक्टर पहुंचे। माधव ड्रग हाउस के संचालक नवीन अरोडा से टेल्मा एएम की पिछले 17 महीने में की गई खरीद के रिकॉर्ड जब्त किए थें, इन रिकॉर्ड की जांच में सामने आया है कि माधव ड्रग हाउस ने फोनेक्स एंटरप्राइजेज, गाजियाबाद से टेल्मा एएम की 13260 स्ट्रिप खरीदी थी और इन्हें 35 पफर्मों को बेच दिया गया। ये फर्म, दिल्ली, बिहार सहित अन्य शहरों में हैं। अब टीम जहां से यह दवा खरीदी गई, वहां जांच करेगी।
टीम के पहुंचते ही दवा बाजार में बंद हुई दुकान
शुक्रवार दोपहर में दिल्ली की टीम के पफव्वारा दवा बाजार में पहुंचते ही दुकानें बंद हो गईं। दवा का अवैध कारोबार करने वाले दुकान बंद कर भाग गए। दवा बाजार में टीम के रहने तक खलबली मची रही।
दिल्ली, बिहार सहित कई शहरों की 35 फर्म को सप्लाई
जांच में सामने आया है कि माधव ड्रग हाउस द्वारा टेल्मा एएम की 13000 स्ट्रिप की बिक्री दिल्ली, आगरा, बाराणसी, बिहार, अलीगढ, ग्वालियर की 35 फर्म को की गई है।
11 अगस्त को लाइसेंस किया गया था निलंबित, मिला स्टे
18 जुलाई को औषधि विभाग की टीम ने माधव ड्रग हाउस पर छापा मारा था। 17 तरह की दवाओं के नमूने लिए थे और टिटनेस के इंजेक्शन की कोल्ड चेन ब्रेक होने पर जब्त कर लिए थे। 11 अगस्त को लाइसेंस सस्पेंड कर दिया था, औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि लाइसेंस सस्पेंड करने के खिलाफ मुख्यालय में अपील की गई, वहां से स्टे मिल गया है। इससे पहले दिसंबर 2020 में गर्भपात किट के अवैध कारोबार में भी माधव ड्रग हाउस पर छापा मारा गया था और रिकार्ड जब्त किया गया था।
ह्रदय रोगियों के लिए घातक
एसएन मेडिकल कालेज के ह्रदय रोग विभाग के डा मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को टेल्मा एएम दी जाती है। दवा की गुणवत्ता खराब होने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं होता है, ऐसे में डोज बढानी पडती है। वहीं, दवा लेने के बाद भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित न होना घातक हो सकता है।