Distt Administration allow to open temple on First Monday of Sawan, Mahant together close temple to protect from Corona 3rd Wave#agranews
आगरालीक्स…(25 July 2021 Agra News) आगरा को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए शिवालयों के महंतों ने मिसाल पेश की है, प्रशासन ने मंदिर खोलने की अनुमति दी तो महंत बोले सोमवार को पट
सावन का पहला सोमवार कल
आगरा में सावन माह का अपना एक विशेष महत्व है. आगरा के चारों कोनों पर शिव के रूप विराजमान हैं. एक कोने पर राजेश्वर महादेव हैं तो दूसरे कोने पर पृथ्वीनाथ. तीसरे कोने पर कैलाश महादेव है तो वहीं चौथे कोने पर बल्केश्वर महादेव. इन चारों के अलावा शहर के मध्य में श्री मनकामेश्वर महादेव और रावली महादेव भी विराजित हैं. इन सभी मंदिरों की महिमा दूर—दूर तक फैली हुई है. सावन माह के हर सोमवार में तो यहां लोग दूर—दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं. शिवालयों की महानता इतनी अधिक है कि आगरा में सावन के दूसरे सोमवार को ऐतिहासिक परिक्रमा लगाई जाती रही है.
प्रशासन ने दी अनुमति
आगरा के सभी प्रमुख शिवालयों में सोमवार को दर्शनों की प्रशासन की अनुमति है. हालांकि इस दौरान किसी भी प्रकार के मेले की अनुमति नहीं है. एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी का कहना है कि हमारी तरफ से मंदिरों में दर्शन करने श्रद्धालु जा सकते हैं. हालांकि एक बार में 50 से अधिक श्रद्धालुओं को ही दर्शनों की अनुमति दी गई है. हालांकि कोरेाना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए लोगों से अपील की जाती है कि नियमों का पालन करें और मास्क पहनकर जाएं. इसके अलावा मंदिर प्रबंधन अगर मंदिरों के पट बंद रखना चाहते हैं तो वो इसके लिए स्वतंत्र हैं. कोविड के नियमों का पालन सभी को करना है.
मंदिर प्रबंधन बोले—आनलाइन ही होंगे दर्शन
सावन के सोमवारों पर भले ही प्रशासन ने एक बार में 50 श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दे दी हो लेकिन आगरा के प्रमुख शिवालयों के महंतों ने एक अलग मिसाल कायम की है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी महंतों ने श्रद्धालुओं सोमवार को मंदिर के पट बंद रखने का निर्णय लिया है. इस संबंध में मनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत योगेशपुरी, कैलाश महादेव मंदिर के महंत गौरव गिरि, बल्केश्वर महादेव मंदिर के महंत सुनील नागर व पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर के महंत अजय राजौरिया ने बताया कि चारों सोमवारों पर कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा. आनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जाएगी. श्रद्धालु अपने घरों पर अथवा घर के समीप मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सकते हैं.