Dramatic Twist in ABVP agitation aginst UPPSc chairman Anil Yadav
आगरालीक्स, ….लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनिल यादव के ई 399 कमला नगर स्थित घर पर प्रतीकात्मक अर्थी फूंकने पर चार अप्रैल को एबीवीपी कार्यकर्ताओं को दौडा दौडाकर पीटा था। इसके बाद सत्ता के लिए काम कर रही पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए एबीवीपी से विवि के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष नवीन गौतम, आशीष शास्त्री, प्रशांत परमार और सौरभ पाराशर को संगीन धाराओं में जेल भेज दिया। इसके विरोध में आरएसएस से जुडे भाजपा और अन्य संगठनों ने स्पीड कलर लैब, एमजी रोड पर अनिश्चितकालीन धरना दिया, जिसे पुलिस प्रशासन ने यह आश्वासन देकर समाप्त करा दिया कि संगीन धाराएं हटा दी जाएंगी। मगर एबीवीपी कार्यकर्ताओं की तरफ से मारपीट के मामले में अध्यक्ष अनिल यादव के भाई अरविंद यादव और उनके लठैतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इसे लेकर एबीवीपी प्रदेश भर में आंदोलन कर रही है। इसी बीच बुधवार रात को एसपी सिटी समीर सौरभ के हरीपर्वत स्थित कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई। यहां आयोग अध्यक्ष अनिल यादव के भाई अरविंद यादव से भाजपा के तेज तर्रार विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुतला फूंकने पर मांफी ही नहीं मांगी यह भी कहा कि वे शर्मिंदा हैं। इस पर अरविंद यादव के साथ आए वकीलों ने छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मुकदमा वापस लेने का आश्वासन दे दिया। ऐसे में गुरुवार को पुलिस कोर्ट में रिमाइंडर एप्लीकेशन देगी, जिससे संगीन धाराएं कम की जा सकें। इसके दो से तीन दिन बाद एबीवीपी के चारों कार्यकर्ताओं को जमानत मिल सकेगी।