Fake certificate use for correction in Aadhar Card in Agra
आगरालीक्स ..आगरा में आधार कार्ड में जन्मतिथि और पते में संशोधन के लिए फर्जी प्रमाणपत्र लगाने का खुलासा, तीन केस पकडे गए हैं। इसके बाद सख्ती कर दी है।
आगरा में आधार कार्ड में संशोधन के लिए लंबी लाइन लग रही है। ऐसे में लोग साइबर कैफे में संपर्क कर रहे हैं, लोगों से 200 से 500 रुपये लेकर आधार कार्ड में संशोधन कराने का ठेका लिया जा रहा है। इसके लिए आधार कार्ड धारक के रिकॉर्ड में संशोधन के लिए साइबर कैफे संचालक आनलाइन अप्वाइंटमेंट ले रहे हैं। इसके बाद जन्म तिथि और पते को प्रमाणित करने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं।
तीन केस पकडे
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के सेवा केंद्र पर शनिवार को तीन फर्जी मामले पकड़े गए हैं। शनिवार को कॉर्पोरेट पॉर्क, संजय प्लेस में यूआईडीएआई के सेवा केंद्र पर घास की मंडी निवासी महिला बॉबी, रोडवेज कॉलोनी निवासी इरफान सैनी आधार कार्ड की जन्मतिथि में संशोधन के लिए आए थे, इन्होंने लोहामंडी स्थित एक साइबर कैफे से ऑनलाइन अप्वाइनमेंट ली थी। जन्मतिथि को प्रमाणित करने के लिए श्री रत्नमुनि जैन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य का लेटरपेड था, इसमें दोनों लोगों की जन्मतिथि और पता प्रमाणित था। प्रधानाचार्य की मुहर व हस्ताक्षर भी थे। कर्मचारियों को हैंड राइटिंग और लेटरपेड पर जगह-जगह गलतियां देख शक हुआ। पूछताछ की तो मामला खुल गया। उनका कहना था कि लोहामंडी के एक साइबर कैफे से ऑनलाइन अप्वाइनमेंट ली थी। संचालक ने ही तीन सौ रुपये लेकर प्रमाण पत्र बनाकर दिया। तीसरा मामला रुनकता निवासी आरती खितौलिया का है, इनको भी आधार कार्ड में जन्म तिथि में संशोधन कराना था। इनके पास इन्होंने भी साइबर कैफे से पफर्जी प्रमाण पत्र बनवाया था।
एक साइबर कैफे से बनवाया गया था। पूछताछ में इन्होंने भी स्वीकारा है। ओमकार सिंह, केंद्र प्रभारी यूआईडीएआई का मीडिया से कहना है कि साइबर कैफे संचालक ने फर्जी तरीके से लेटर पैड और मुहर छपवा ली है। लोगों से पैसे लेकर प्रमाण पत्र बना रहे हैं, इन पर कार्रवाई होनी चाहिए।