दिल्लीलीक्स… किसानों का आंदोलन अब आर-पार की लड़ाई के मोड़ पर पहुंच गया है। नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का 12 दिसंबर को हाईवे बंद और टोल प्लाजा को फ्री करने का ऐलान किया है, जबकि 14 दिसंबर को फिर भारत बंद का आह्वान किया है। कई राज्य सरकारों ने हाईवे पर ऐतिहाती कदम उठाए हैं, लेकिन लोग आंदोलन को देखते हुए 12 और 14 दिसंबर को अपने आने-जाने के कार्यक्रम में फेरबदल कर रहे हैं।
तीन कानून वापस लेने की मांग
किसान तीन कृषि कानूनों को पूरी तरह समाप्त किए बिना सरकार की किसी बात को मानने को तैयार नहीं हैं। किसान अपनी तीन प्रमुख मांगें हैं, जिसमें न्यूतम समर्थन मूल्य पर लिखित आश्वासन दिया जाए। इस नियम को लेकर किसानो को डर है कि सरकार इस न्यूतम समर्थन मूल्य को वापस ले सकती है। इसके दायरे में 26 किस्म की फसलें आती हैं। बिजली बिल संशोधन को रद्द किया जाए और पराली जलाने पर जुर्माना और सजा के नियम को बंद किया जाए।
टोल प्लाजा करेंगे फ्री, रेल रोको आंदोलन भी
किसानों का आंदोलन 26 नवंबर से चल रहा है। आठ दिसंबर को भारत बंद का भी आह्वान किया था। रोजाना किसानों द्वारा धऱना प्रदर्शन किए जा रहे हैं। किसानों ने अब 12 दिसंबर को दिल्ली-आगरा राजमार्ग और आगरा-जयपुर राजमार्ग को बंद करने के साथ सभी टोल प्लाजा फ्री करने का ऐलान किया है। साथ ही रेल रोको आंदोलन करने की भी चेतावनी दी गई है।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर सजगता
राजमार्ग बंद होने से लोगों की मुसीबत बढ़ सकती है। वहीं राज्य सरकारों ने सुरक्षा के कदम उठाते हैं। आगरा से दिल्ली की बसों का संचालन बंद है। आगरा की बसें यमुना एक्सप्रेस वे से नोएडा तक जा रही हैं। किसान यमुना एक्सप्रेस वे पर भी टप्पल और मथुरा में प्रदर्शन अथवा जाम लगा सकते हैं। इसे देखते हुए कुछ स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस की तैनाती के साथ संबंधित थानों की पुलिस को किसानों को यमुना एक्सप्रेस वे तक नहीं पहुंचने देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही किसानों पर सख्ती नहीं बरतने के निर्देश है।
हरभजन सिंह का आंदोलन को समर्थन
किक्रेटर हरभजन सिंह ने किसानों को आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। इससे पहले क्रिकेटर मंजीत सिंह, बॉक्सर विजेंद्र सिंह समेत कई खिलाड़ी अपना समर्थन दे चुके हैं।
अभिनेता धर्मेंद्र का भी समर्थन
फिल्म अभिनेता एवं भाजपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा है कि किसानों की दशा देखी नहीं जाती है। सरकार को उनकी समस्याओँ को हल करने के लिए जल्द ही कोई कदम उठाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि धर्मेंद्र आजकल अपने फार्म हाउस पर पूरी तरह से खेती-किसानी में जुटे हुए हैं।