आगरा में गार्गी की मौत के बाद बडे स्तर पर बदलाव
आगरालीक्स… आगरा की बिटिया गार्गी की मौत के बाद बडे स्तर पर बदलाव होने लगे हैं, परिजनों ने अपने बच्चों को स्कूटी देना बंद कर दिया है। स्कूल के सेलेबस में यातायात को शामिल किया जा रहा है। सेंट पीटर्स के प्रिंसिपल ने ‘रोड सेफ्टी अवेयरनेस’ बुक पब्लिश कराई है, इसे सेलेबस में शामिल किया गया है।
स्कूल सेलेबस में ‘रोड सेफ्टी अवेयरनेस’
सेंट पीटर्स के प्रिंसिपल फादर पॉल तानिकल ने मीडिया को बताया कि तीन साल हादसे में मौत हो गई थी, छात्र के परिजनों से मिला दर्द देखा नहीं गया। विचार आया कि सड़क हादसों को रोकने के लिए कुछ करना होगा। इसके बाद यातायात नियमों को जुटाना शुरू किया। इसके बाद तत्कालीन आईजी ट्रैफिक अमिताभ यश से उसमें सुधरा कराया और ‘रोड सेफ्टी अवेयरनेस’ बुक पब्लिश कराकर उसे स्कूल के सिलेबस में शामिल कराया। बुक में चिह्न् और प्रतीकों के द्वारा दिए जाने वाले संदेशों की पूरी जानकारी विस्तार से चित्रों सहित दी गई। वाहन चलाने के नियम, ट्रैफिक सिग्नल, वाहन चालकों की जिम्मेदारी, पैदल, साइकिल, दो पहिया और चार पहिया सवारों के नियमों की भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है।
बच्चे और परिजन एक दूसरे को करें जागरुक
बच्चे अपने पेरेंट्स को जागरूक कर सकते हैं और माता पिता अपने बच्चों को जागरुक कर सकते हैं। इ वह मासिक पेरेंट्स मीटिंग में अभिभावकों से भी इससे जुड़े पांच सवाल पूछते हैं, जो अभिभावक सही जवाब देते हैं, उनके बच्चों को असेंबली में सम्मानित किया जाता है।सुबह असेंबली में बच्चों को यातायात के नियमों की जानकारी दी जाती है।
16 अगस्त को हादसे का शिकार हुई थी गार्गी
सेंट पैट्रिक्स की छात्रा मदिया कटरा निवासी गर्गाी स्कूल से बाहर निकल रही थी, सुबह 10 30 बजे गार्गी की स्कूटी को नगर निगम के डंपर ने चपेट में ले लिया, नौ दिन तक इलाज के बाद नयति हॉस्पिटल में 25 अगस्त को गार्गी की मौत हो गई थी। गार्गी की मौत के बाद नेत्रदान कराया गया, उनके पिता आनंद शर्मा भी चाहते हैं कि यातायात के नियमों में बदलाव हो और गार्गी की तरह कोई और हादसे का शिकार ना हो सके।