
ताजगंज के नौफरी गांव निवासी आशू पिछले साल रहस्मय ढंग से लापता हुआ था। 10 महीने बाद इस 10 जनवरी 2015 को थाना सिकंदरा में उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर महर्षिपुरम निवासी महिला रोशनी को गिरफ्तार किया। तत्कालीन एसपी सिटी (वर्तमान में बरेली में तैनात) समीर सौरभसमीर सौरभ ने पूछताछ करके उसके बयान की रिकार्डिंग कराई। इसकी सीडी तैयार कराई गई। बाद में तत्कालीन एसएसपी राजेश डी. मोड़क ने जांच-पड़ताल के लिए पुलिस अफसरों की टीम गठित की। इसमें समीर सौरभ के अलावा दो सीओ और एक इंस्पेक्टर को शामिल किया गया।
थाने से छोडने के 10 लाख रुपये
इस बीच पुलिस टीम पर आरोप लगा, स्पा सेंटर संचालक अंकित सेठी को हिरासत में लेने के बाद 10 लाख रुपये लेकर छोड़ दिया। इस आरोप के बाद चार पुलिस अफसरों के ट्रांसफर हुए। हालांकि तबादला आदेश में इसका जिक्र नहीं था लेकिन इसी से जोड़कर देखा गया। इसके बाद पुलिस ने रोशनी को गिरफ्तार किया। वह जमानत पर जेल से बाहर आई लेकिन आशू का आज तक कुछ पता नहीं चला।
सीडी कहां गई
डीआईजी ने आशू अपहरण कांड की फाइल खुलवाई तो पता चला कि रोशनी के बयान की सीडी गायब है। इस पर डीआईजी ने इसकी रिपोर्ट डीजीपी को भेजने की तैयारी कर ली है। तत्कालीन एसपी सिटी समीर सौरभ के साथ तत्कालीन एसएसपी और वर्तमान में अलीगढ़ में पीएसी सेनानायक राजेश डी. मोड़क की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं।
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