नईदिल्लीलीक्स(09th August 2021 )… कोरोना वैक्सीन के ट्रायल डाटा सार्वजनिक किए बिना वैक्सीन को मंजूरी देने पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है।
भारत में वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट
कोरोना वैक्सीन के डाटा सार्वजनिक करने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इससे यह मैसेज नहीं जाना चाहिए कि हम कोरोना वैक्सीन के प्रभावी होने पर प्रश्न खड़ा कर रहे हैं। भारत में वैक्सीन को लेकर लोगों में पहले ही बहुत हिचकिचाहट है।
स्वास्थ्य म़ंत्रालय और आईसीएमआर को नोटिस
याचिकाकर्ता जैकब पुलियेल ने याचिका के जरिये मांग की कि कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के डाटा सार्वजनिक किए जाएं। क्योंकि लोगों को ट्रायल डाटा के बारे में जानने का अधिकार है। कोर्ट ने इस पर केंद्र सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर को नोटिस भेजा है। हालांकि कोर्ट ने वैक्सीन लगाने के विवश करने पर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया।
50 करोड़ को लगाई जा चुकी वैक्सीन
जस्टिस नागेश्वर राव ने कहा, देश में 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इस पर रोक कैसे लगाई जा सकती है। लोगों में पहले ही वैक्सीन लगवाने को लेकर हिचकिचाहट है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि वैक्सीन लगाने में हिचकिचाहट नुकसानदेह साबित होगी।