आगरालीक्स…महाकुंभ में सबसे पहले डुबकी लगाएंगे नागा साधु. भारत में नागा साधुओं के 13 अखाड़े. सबसे पहले ये अखाड़ा करेगा शाही स्नान…अंग्रेजों के समय से आज तक चल रहा क्रम…पढ़े रोचक जानकारी
प्रयागराज मं 12 साल बाद महाकुंभ का आगाज हो रहा है. 144 साल बाद 7 शाही स्नान होने जा रहे हैं. महाकुंभ के दौरान सबसे पहले डुबकी नागा साधुओं द्वारा लगाई जाती है. भारत में नागा साधुओं के कुल 13 अखाड़े हैं और अंग्रेजों के समय से ही यहतयकियागया है कि कब कौन सा अखाड़ा महाकुंभ में सबसे पहले डुबकी लगाएगा. यह क्रम आज तक चल रहा है. नागा साधुओं के शाही स्नान केबाद ही आम लोग पवित्र नदियों में डुबकी लगा सकते हैं. नागा साधुओं को धर्म का रक्षक कहा जाता है और इसीलिए उन्हें विशेष सम्मान देने के लिएसबसे पहले शाही स्नान की अनुमति है.
सबसे पहले ये अखाड़ा करेगा शाही स्नान
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के दौरान सबसे पहले पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े को शाही स्नान की अनुमति है. वहीं हरिद्वार में कुंभ लगने पर निरंजनी अखाड़ा सबसे पहले स्नान करता है. उज्जैन और नासिक में जब भी कुंभ लगता है तो जूना अखाड़ा सबसे पहले शाही स्नान करता है. इस बार 13 जनवरी को पहलाशाही स्नान है जिसमें पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा सबसे पहले डुबकी लगाएगा. अखाड़े के महंत या सर्वोच्च पदासीन संत सबसे पहले पानी में उतरते हैं और फिर अखाड़े के अन्य साधु संन्यासी भी पवित्र नदी मेंस्नान करते हैं. इसके बाद बारी—बारी से सभी 13 अखाड़ों के नागा साधु स्नान करते हैं. नागा साधुओं के स्नान करने के बाद ही अन्य लोगों को डुबकी लगाने की इजाजत दी जाती है.