आगरालीक्स…. आगरा में एससी एसटी एक्ट के खिलाफ सवर्णों की महापंचायत को पुलिस ने रोक दिया, ठाकुरों की बाईसी द्वारा सांसद डॉ राम शंकर कठेरिया को अपने क्षेत्र में प्रवेश ना करने देना का ऐलान किया है। साथ ही आठ दिन बाद दोबारा पंचायत बुलाई गई है।
रविवार को खंदौली की बाईसी (क्षेत्र के क्षत्रिय बहुल करीब 22 गांव) ने एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ सेमरा गांव में महापंचायत बुलाई थी। इसे देखते हुए शनिवार रात से ही गांव में धारा 144 लगा दी गई। सुबह से प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और खुफिया विभाग ने गांव में डेरा डाल दिया। गांव की ओर आने वाले मार्गों को सील कर दिया गया। आयोजन स्थल (रामलीला मैदान) पर भी पुलिस ने कब्जा कर लिया। रामलीला मैदान में पहुंचे थे, उन्हें पुलिस ने लाठियां फटकार कर भगा दिया।
आयोजकों ने पंचायत में आए लोगों को गुपचुप तरीके से एकत्र किया और गांव से करीब एक किमी दूर स्थित मां आशापूर्णा मंदिर में पंचायत शुरू कर दी लेकिन वहां भी पुलिस के अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने पंचायत रोकने का फरमान सुनाया तो ग्रामीणों से झड़प भी हुई। काफी जद्दोजहद के बीच पंचायत की औपचारिकता पूरी की गई।
आशापूर्णा मंदिर में हुई पंचायत के दौरान आयोजक डॉ. चंद्रपाल सिंह परमार, चौकड़ा के कौशलेंद्र चौहान ने कहा कि भाजपा ने सवर्णों के साथ छलावा किया है। उन्होंने कहा कि सांसद राम शंकर कठेरिया को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा।
विधायक और ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ आक्रोश
एत्मादपुर के विधायक रामप्रताप सिंह और ब्लाक प्रमुख के खिलाफ भी गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि वे सवर्ण होने के बावजूद सवर्ण हितों का ध्यान नहीं रख रहे हैं। महापंचायत में कहा गया कि आठ दिन बाद दोबारा महापंचायत की जाएगी। उ ग्रामीण शांतिपूर्ण तरीके से पंचायत कर रहे थे लेकिन पुलिस ने जबरन उनकी पंचायत में खलल डाला है।
एसपी ग्रामीण अखिलेश नारायण सिंह का कहना है कि क्षेत्र में धारा 144 लागू है। बिना अनुमति के पंचायत की जा रही थी। इसलिए पुलिस ने रुकवाया था। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है।