मथुरालीक्स…(8 June 2021 Mathura) थाना वृंदावन में भूख हड़ताल करेगी गोसेविका. कानूनी मदद का सहारा बनेगी परिवर्तन संस्था. ये है मामला
गोवंश की दुर्गती की शिकायत कराई थी दर्ज
थाना वृन्दावन की पुलिस चौकी केशवधाम क्षेत्र के अंतर्गत गोपालगढ़ स्थित श्यामकुंज कॉलोनी निवासी गोसेविका संजू सारस्वत के अनुसार कुछ माह पूर्व गांव कोटा निवासी हेमंतसिंह उनसे धोखाधड़ी कर चार गौवंश को 50 हजार रुपये में तय कर ले गया. उसने गोवंश की बेहतरीन सेवा करने का भरोसा दिलाया. जब उन्होंने करीब एक माह बाद कोटा जाकर गायों का हाल देखा तो दंग रह गईं. गौवंश के शरीर पर और उनके चारे में कीड़ो की भरमार थी. भूख से व्याकुल गौवंश फड़फड़ा रहा था. गायों की दुर्गति देख जब उनको वापिस मांगा गया तो हेमन्त और उसके परिजनों ने दुर्व्यवहार कर जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया. इसकी लिखित शिकायत थाना वृन्दावन में करते हुए गोवंश मुक्त कराने की गुहार लगाई गई. मगर वृन्दावन और नयति पुलिस ने उनकी तहरीर पर कोई अमल नहीं किया. उल्टा उनके ही ऊपर कार्रवाई करने की धमकी दे डाली. इस पर उन्होंने सीओ सदर, एसपी सिटी को भी घटना से अवगत कराया. इसके बाद भी प्रभारी निरीक्षक थाना वृन्दावन ने उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की.
एसएसपी से की शिकायत तो की रिपोर्ट दर्ज.
इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर, पुलिस महानिरीक्षक आगरा रेंज नवीन अरोरा को सारी घटना बताकर रिपोर्ट दर्ज करवाने की गुहार लगाई। अब कहीं जाकर उनकी रिपोर्ट दर्ज हो सकी. रिपोर्ट दर्ज होने पर भी पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी निरीक्षक थाना वृन्दावन शशिप्रकाश शर्मा, चौकी प्रभारी नयति रोहित कुमार यादव की घोर लापरवाही से एक गाय और दूसरी गाय के बच्चे की जान चली गई. फिर भी पुलिस पर कोई असर नहीं पड़ा. इसकी शिकायत भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की गई. एसएसपी की सख्ती से आनन फानन में बचे जीवित गोवंश को गोसेविका के घर पहुंचाया गया. पीड़िता ने एसएसपी से लापरवाह कोतवाल वृन्दावन व चौकी प्रभारी नयति के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है. उसका कहना है कि अगर दोनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो गई तो वह भूख हड़ताल पर नहीं बैठेंगी. अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह हरहाल में थाना वृन्दावन में भूख हड़ताल करेंगी.
वहीं नामजदों का कहना है कि उनपर लगाए गए आरोप बिल्कुल गलत हैं. उनके द्वारा राजी-राजी से गोवंश को ले जाया गया व सेवा की गई. वापिस मांगने पर चारा खिलाने का खर्चा मांगा गया. गोसेविका द्वारा नहीं देने पर मामला अटका पड़ा रहा. परिवर्तन संस्था मथुरा के जिलाउपाध्यक्ष ठाकुर विष्णु सिंह जसावत का कहना है कि गोसेविका संजू सारस्वत को निशुल्क कानूनी मदद दिलाकर न्याय दिलवाने का काम करेंगे. जब इस बारे में प्रभारी निरीक्षक थाना वृन्दावन शशिप्रकाश शर्मा से जानकारी की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी पीड़ित गोसेविका के साथ पूरी हमदर्दी है. पीड़िता द्वारा भूख हड़ताल किए जाने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.