मथुरा के सौंख सौंख रोड स्थित पदमपुरी कॉलोनी निवासी प्रेरणा (19) बीएसए कॉलेज से बीएससी कर रही हैं। उनके पिता नहीं हैं और आर्थिक तंगी के कारण वह ट्यूशन करके घर व अपना गुजारा कर रही हैं। प्रेरणा अपनी मां ऊषा शर्मा के साथ किराए के घर में रह रही हैं, उन्हें रिश्तेदारों से भी कोई मदद नहीं मिली है।
एशिया बुक के बाद लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड
11 जुलाई को प्रेरणा ने अपनी मेमोरी के बल पर वियतनाम के युवक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था। उसी समय उसने नंबर ऑफ मेमोरी की सीडी तैयार कर लिम्का बुक को भेजी थी। इसके लिए एक बोर्ड पर 100 अंक लिखे गए। जब यह अंक लिखे गए, प्रेरणा को एक कमरे में बंद कर दिया गया। अंक लिखने के बाद प्रेरणा को सिर्फ एक मिनट का समय अंकों को देखने के लिए दिया गया। इसके बाद अंक का बोर्ड हटा लिया गया। प्रेरणा ने इन अंकों को उसी क्रम में सुना दिया, जिस क्रम में वे बोर्ड पर अंकित किए गए थे। लिम्का बुक में अभी तक इस तरह का कोई रिकॉर्ड दर्ज नहीं था।
जीएलए विश्वविद्यालय में हुए इस प्रजेंटेशन की सीडी लिम्का बुक को भेजी गई। मंगलवार को लिम्का बुक के कंसल्टेंट अनंत कासीभट्टला ने प्रेरणा के इस रिकॉर्ड को क्लीन चिट देते हुए उसे मंजूर किए जाने की सूचना मेल आईडी पर दी।
गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तमन्ना
प्रेरणा की तमन्ना अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने की है। इसके लिए उसे 270 अंकों के रिकॉर्ड को तोड़ना होगा। यह रिकॉर्ड कनाडा के अरविंद पशुपति के नाम दर्ज है। इसके लिए प्रेरणा अभी से प्रयासरत है।
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